हसनपुर की कान्हा गोशाला में 289 पशु संरक्षित हैं। जिनकी देखरेख की जिम्मेदारी उपरोक्त लोगों पर थी। गोशाला में मंगलवार को चार तथा बुधवार को तीन गायों की मृत्यु हो गई।कर्मचारियों की लापरवाही के चलते उनके शवों का निस्तारण नहीं किया गया। वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित भी नहीं किया गया। बुधवार रात को गोशाला से बदबू आने पर लोगों ने मृत गोवंशीय पशुओं की वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर दी।
इसके बाद विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने गोशाला पहुंचकर हंगामा किया। ये कार्यकर्ता उस समय और भड़क गए जब रात के अंधेरे में मृत पशुओं में एक जीवित गाय को भी गड्ढे में डाल दिया गया। कार्यकर्ताओं ने गड्ढे में पड़ी गाय को ब्रेड खिलाया। इसके बाद प्रशासन ने उसे निकालकर इलाज कराया। इलाज के बाद गाय की हालत में सुधार है।
उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाक्टर चमन प्रकाश की तहरीर पर करन सिंह गोशाला प्रभारी, रजत एवं कुनाल केयर टेकर, अश्वनी सफाई कर्मी तथा जाकिर जेसीबी चालक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। जबकि, नगर पालिका के वरिष्ठ लिपिक दिनेश कुमार और करन सिंह को निलंबित कर दिया गया है। एसडीएम भगत सिंह ने बताया कि गायों की मृत्यु के मामले में सभी बिंदुओं पर जांच चल रही है। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।