इस दौरान पत्रकारो से बातचीत करे हुए उन्होने कहा की पंजाब में बस अब एक ही पार्टी बची है जो लोगों के दिलो पर राज करेगी वह है आम आमी पार्टी। क्योंकी अकाली दल (बादल) और भाजपा के दरमियान सीटों को लेकर चल रही खींच-तान को अब गंभीरता के साथ लेने की जरूरत नहीं है। यह पार्टी असूलों और सिद्धांतों के आधार पर 1920 में बनी थी आज उन सिद्धांतों से भटक कर एक परिवार की पार्टी के तौर पर 2019 में खत्म हो चुकी है।
इस मौके जरनैैल सिंह ने कहा कि दिल्ली से देश में एक नई किस्म की राजनीति की शुरुआत हुई है, जो काम की राजनीति पर आधारित है। दिल्ली चुनाव के दौरान अरविन्द केजरीवाल के नेतृत्व में ‘आप’ ने अपने 5 सालों के काम दिखा कर वोट मांगे थे। पहली बार किसी पार्टी ने ऐसी हिम्मत की और दिल्ली के लोगों ने काम की राजनीति पर मोहर लगा कर पूरे देश की राजनीति को नई दिशा दी है, जो 2022 में पंजाब की दशा भी बदलेगी। दिल्ली की जीत के बाद अब आम आदमी पार्टी नें पंजाब का किला फतह करने के लिए अपने कदम बढ़ाने शुरू कर दिए है वह यहां पर पंजाबियों का दिल जीतने की हर संभव कोशिश करने में जुट गई है।