पहली बार चुनावी मैदान में उतरे केएल शर्मा से हारी स्मृति ईरानी
अमेठी से स्मृति ईरानी के सामने कांग्रेस के टिकट पर किशोरी लाल (KL) शर्मा ने चुनाव लड़ा था। मंगलवार को आए चुनाव परिणाम में किशोरी लाल को 539228 वोट मिले। जबकि स्मृति ईरानी को 372032 वोट हासिल हुए। किशोरी लाल शर्मा 167196 मतों से चुनाव जीत गए। इसके साथ ही कांग्रेस ने अपना गढ़ यानी रायबरेली और अमेठी लोकसभा सीट को बचाते हुए यूपी की चार सीटें और झटक लीं। मंगलवार देर शाम अपनी हार स्वीकार करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी कांग्रेस नेता केएल शर्मा को जीत की बधाई दी। इसके साथ अमेठी की जनता से माफी भी मांगी है। इसके लिए उन्होंने सोशल मीडिया भावुक पोस्ट लिखी।
सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखी भावुक पोस्ट
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि वह आगे भी अमेठी के लोगों की सेवा करती रहेंगी। उन्होंने भावुक अंदाज में अपने सोशल मीडिया X अकाउंट पर लिखा “जीवन ऐसा है…एक दशक से भी ज्यादा समय तक मैंने एक गांव से दूसरे गांव जाकर लोगों की सेवा की। मैंने लोगों की जिंदगी संवारने, उम्मीदों और आकांक्षाओं को संजोने, बुनियादी ढांचे पर काम करने में अपना समय बिताया। मैंने सड़कें, नालियां, खड़ंजा, बाईपास, मेडिकल कॉलेज और भी बहुत कुछ बनवाने का काम किया। स्मृति ईरानी न कहा कि हार और जीत में मेरे साथ खड़े रहने वालों का मैं हमेशा आभारी रहूंगी। आज जश्न मनाने वालों को बधाई, और जो लोग पूछ रहे हैं, ‘कैसा जोश है?’ मैं कहती हूं- जोश अभी भी हाई है, सर।” चुनाव परिणाम आने के बाद अमेठी में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा “मैं भाजपा पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं और समर्थकों का आभार व्यक्त करती हूं। जिन्होंने पूरी लगन और निष्ठा के साथ निर्वाचन क्षेत्र और पार्टी की सेवा में काम किया है। आज मैं पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ की आभारी हूं कि उनकी सरकारों ने 30 साल के लंबित कामों को सिर्फ 5 साल में पूरा कर दिया। मैं जीतने वालों को बधाई देती हूं।
कौन हैं अमेठी में कांग्रेस का गढ़ बचाने वाले केएल शर्मा?
केएल शर्मा का पूरा नाम किशोरी लाल शर्मा है। जो गांधी परिवार के करीबी माने जाते हैं। किशोरी लाल शर्मा मूल रूप से पंजाब के लुधियाना के रहने वाले हैं। उन्होंने साल 1983 में राजीव गांधी के साथ रायबरेली और अमेठी में कदम रखा था। बाद में राजीव गांधी के अचानक निधन के बाद गांधी परिवार से उनके रिश्ते पारिवारिक हो गए और वो गांधी परिवार के ही होकर रह गए। इसके अलावा किशोरी लाल शर्मा ने पहली बार चुनावी मैदान में ताल ठोकी और भारी मतों से जीत दर्ज की। मंगलवार देर शाम कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी उन्हें जीत की बधाई दी है।