स्मृति इरानी का काफिला बरौलिया गांव के करीब पहुंचा ही था कि तभी केंद्रीय मंत्री की नजर एक युवती पर पड़ी जो ट्राइसाइकल पर सवार थी। वह युवती ट्राइसाइकल पर इलाज के लिए अस्पताल जा रही थी। स्मृति ने अपने काफिले को रुकवाया और वह खुद उतरकर युवती के पास गईं। स्थिति की जानकारी लेकर उन्होंने युवती को अपनी सरकारी सेवा में लगे ऐंबुलेंस में बैठाया और उसे गौरीगंज जिला अस्पताल पहुंचाया। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि स्मृति युवती के लिए खुद ऐंबुलेंस का दरवाजा खोल रही हैं और उसमें बैठाने में युवती की मदद कर रही है। वीडियो वायरल होने के बाद लोग उनकी तारीख करते नहीं थक रहे।
वहीं इसके बाद अमेठी की तिलोई विधानसभा में एक विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें केंद्रीय मंत्री ने शिरकत की। कार्यक्रम के दौरान मंच पर यूपी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य व मंत्री मोहसिन रजा समेत अन्य भाजपा नेता भी मौजूद थे। सभी मंच पर अपने-अपने स्थान पर बैठे थे कि तभी एक महिला स्मृति इरानी के पैरों पर आकर गिर पड़ी। स्मृति यह देख हैरान रह गईं। वह भी महिला के बराबर बैठ गईं। उन्होंने काफी देर तक उनसे बात की। फिर महिला को खड़ा कर उन्होंने गले लगाया।
दरअसल महिला ने स्मृति से शिकायत की है कि उसके परिवार वाले उसकी जमीन हड़पना चाहते हैं। वीडियो में यह साफ देखा जा सकता है कि महिला मंच पर आते ही इरानी को एक प्रार्थना पत्र देती है व उनके पैरों पर गिर जाती है। हैरान स्मृति इरानी महिला को गले लगाती हैं और आश्वासन देती हैं कि उनकी समस्या का समाधान किया जाएगा। उक्त दोनों घटनाओं के वीडियो वारयल होने के बाद स्मृति की लोग तारीख करते नहीं थक रहे। स्मृति ने भी यह साबित किया है कि वह अमेठी में सिर्फ चुनाव भर के लिए एक्टिव नहीं हुई थीं, बल्कि उसके बाद भी लोगों के सुख-दुख में शामिल होने के लिए यहां आई थीं।