एक चैनल को दिए इंटरव्यू में रॉबर्ट वाड्रा ने कहा, “मैं रायबरेली और अमेठी में 1999 से प्रचार कर रहा हूं। अब लोग चाहते हैं मैं राजनीति में आऊं। फिर चाहे वह रायबरेली सीट हो, अमेठी सीट हो, मुरादाबाद सीट हो, तेलंगाना हो या फिर दिल्ली की कोई सीट हो। चाहें केंद्र हो या राज्य चुनाव, मुझे लगता है कि मुझे राजनीति में आने की जरूरत है। गांधी परिवार का सदस्य होने की वजह से राजनीति से दूरी बहुत ही मुश्किल है। कई जगहों से चुनाव लड़ने की मांग की जा रही है। जहां जाता हूं वहां के लोग चाहते हैं कि मैं वहां का प्रतिनिधित्व करूं। मेरे नाम के पोस्टर लगे दिखाई देते हैं।
जाने-माने कारोबारी के मुताबिक, “रायबरेली या अमेठी के लोग जरूर चाहते हैं कि कोई न कोई गांधी परिवार का व्यक्ति उनका प्रतिनिधित्व करे और अब वे इस पर पछतावा भी करते हैं कि उन्होंने बीजेपी की स्मृति ईरानी से राहुल गांधी को हटा दिया।”
बता दें कि अमेठी में राहुल गांधी के चुनाव लड़ने पर बने सस्पेंस के बीच अब एक और नाम को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। कांग्रेसी की अब नई उम्मीद रॉबर्ट वाड्रा बने हैं। कार्यकर्ताओं ने वाड्रा को अमेठी से प्रत्याशी बनाने की मांग की है। सोशल मीडिया पर कांग्रेस कार्यकर्ता इसको लेकर एक्टिव मोड में हैं। उनको उम्मीदवार बनाने के लिए सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए हैं, जिसमें लिखा है, “जन-जन के मन का भाव, अमेठी मांगे बदलाव। रॉबर्ट वाड्रा बनें बदलाव का चेहरा। अंत में लिखा है – राहुल- प्रियंका गांधी सेना”