अमेठी के श्रीरामपुर के रहने वाले किसान नेता प्रमोद मिश्रा की 16 मई को लोनियापुर में गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। स्थानीय लोगों की मदद से प्रमोद मिश्रा को अमेठी के अस्पताल में भर्ती किया गया था। हालत नाजुक होने के कारण डॉक्टर ने उन्हें सुलतानपुर जिला अस्पताल रेफर किया लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उन्होंने रास्ते में दम तोड़ दिया था। मामला हाई प्रोफाइल होने की वजह से खुद आईजी अयोध्या जोन संजीव गुप्ता अमेठी पहुंचे और अधिकारियों को जल्द से जल्द हत्यारों को पकड़ने के निर्देश दिए। उच्चाधिकारी का आदेश मिलते ही हरकत में आई अमेठी एसपी ने कई थानों के थाना प्रभारी समेत एसओजी को अपराधियो को पकड़ने की जिम्मेदारी दी। जिसके बाद पुलिस ने कई सीसीटीवी खंगालने के बाद सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
14 लाख की जमीन हथियाने में रास्ते का कांटा बन रहे थे किसान नेता यह पूरा मामला जमीन कब्जे को लेकर है। हिस्ट्रीशीटर अवध राज नामक युवक ने राम बहादुर से जमीन के एवज लिए गए एक लाख रुपए का कर्ज लिया था। मगर बाद में पैसे बढ़ने का लालच देखकर अवध राज व उसके पुत्र ने जमीन को 13-14 लाख रुपये की जमीन लेने का फैसला किया। इसके लिए किसान नेता प्रनोद मिश्रा रास्ते का कांटा बन रहे थे। वे उस जमीन की पैरवी में शामिल थे जिस जमीन को अवध राज व उनका पुत्र खरीदना चाहते थे। ऐसे में प्रमोदी मिश्रा को रास्ते से हटाने के लिए दोने पिता-बेटे ने उन्हें जान से मारने की साजिश रची और 16 मई को अपने साथियों के साथ उन पर ताबड़तोड़ गोलियां दाग दीं।
घटना का खुलासा करते हुए एसपी ख्याती गर्ग ने बताया कि इसका मुख्य आरोपी सूरज तिवारी है। सूरज तिवारी के पिता की दुकान के सामने एक विवादित जमीन थी। जिसमें एक पक्ष की पैरवी प्रमोद मिश्रा कर रहे थे इसी को लेकर सूरज ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर घटना की साजिश रची और प्रमोद मिश्रा को गांव के बाहर गोली मारकर फरार हो गया। घटना में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल किया गया तमंचा भी बरामद कर लिया है। घटना के मुख्य आरोपी सूरज के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा भी दर्ज किया गया है।