क्या है पूरा मामला पिछले दिनों बाजार शुक्ल ब्लॉक में कार्यरत सफाई कर्मी की शिकायत पर विजिलेंस टीम ने जिले में कार्यरत डीपीआरओ श्रेया मिश्रा को 30 हजार रुपये की घूस लेते ट्रैप किया था। ट्रैप करने के बाद गौरीगंज थाने में केस दर्ज कराते हुए टीम उन्हें अपने साथ गोरखपुर ले गई जहां उन्हें मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया। मगर डीपीआरओ की तबीयत खराब होने के चलते उन्हें उपचार के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती किया गया है। उधर, कार्रवाई के बाद डीपीआरओ के बचाने के लिए ग्राम विकास अधिकारी संगठन, पंचायत सचिव संगठन, किसान संगठन के साथ स्थानीय लोगों लगातार ज्ञापन दे कर दोषमुक्त करने की मांग कर रहे हैं। शुक्रवार को अखिल भारतीय ब्राह्मण परिवार डीपीआरओ के बचाव में उतर आया। संगठन के बैनर तले लोगों ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर शिकायतकर्ता सफाईकर्मी को धोखेबाज व फ्रॉड बताते हुए साजिशन डीपीआरओ को फंसाने की बात कही। कार्यकर्ताओं ने अतिरिक्त मजिस्ट्रेट राकेश कुमार को मुख्यमंत्री संबोधित ज्ञापन दिया है।
डीपीआरओ पर दर्ज केस वापस करने की मांग ज्ञापन में कहा गया है कि शिकायतकर्ता सफाई कर्मी पद फ्रॉड का केस दर्ज हो। साजिश के तहत शामिल लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाए। उन्होंने डीपीआरओ पर दर्ज केस वापस लेते हुए दोषमुक्त करने की मांग की है। इस मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीष शास्त्री, रमांकांतमिश्र, राजकुमार तिवारी, आशीष पांडेय, बृजेश तिवारी, विकास मिश्र व प्रदीप तिवारी समेत बड़ी संख्या में संगठन के पदाधिकारी मौजूद रहे।