अमरीका तक पहुंचा BJP का चुनावी नारा, विदेश मंत्री माइक पोम्पियो बोले- ‘मोदी है तो मुमकिन है’
अमरीका को पोलैंड में रूसी हमले का डर, 1000 सैनिकों की तैनाती का प्रस्ताव चुनावी मिशन का श्री-गणेशमहाभियोग के आह्वान के बीच ट्रंप ने रैली कर अपने विरोधियों को सकते में डाल दिया है। बता दें कि इन दिनों ट्रंप पर महाभियोग को लेकर अमरीका में राजनीतिक माहौल काफी गरमाया हुआ है। डेमोक्रेट्स ने ट्रंप पर महाभियोग को लेकर अपनी कोशिशों में कोई कसर नहीं छोड़ी है। राष्ट्रपति पद और प्रशासन की इन दिनों कांग्रेस में जांच चल रही है और ट्रंप की कट्टर आव्रजन नीतियों पर मतभेद गहराता जा रहा है। लेकिन इन सब बातों से ट्रंप अप्रभावित दिख रहे हैं।
ट्रंप ने फ्लोरिडा में दिए अपने पहले भाषण में केवल अपनी उपलब्धियों पर फोकस रखा। उन्होंने लोगों को बताया कि कैसे अमरीकी अर्थव्यवस्था लगातार बढ़ रही है और वह अमरीकी लोगों की दुनिया में नई और विशिष्ट पहचान को लेकर कैसे दिन-रात काम कर रहे हैं।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चार और वर्षों के लिए “इस टीम को बनाए रखने” का समर्थन करने का आग्रह करते हुए औपचारिक रूप से अपना चुनाव अभियान शुरू किया है। रिपब्लिकन राष्ट्रपति ने फ्लोरिडा की रैली में हजारों समर्थकों के सामने अपना पक्ष रखा । उन्होंने फ्लोरिडा राज्य को ‘दूसरा घर’ कहा। ट्रंप ने अपनी पत्नी मेलानिया ट्रंप के साथ मंच पर प्रवेश किया। वाइस प्रेसिडेंट माइक पेंस और निवर्तमान प्रेस सचिव सारा सैंडर्स सहित वाइट हाउस के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी रैली को संबोधित किया।
– उन्होंने कहा कि यह डेमोक्रेट्स के एजंडे में हैं
– 75 मिनट से अधिक के भाषण में वह कई बार हिलरी क्लिंटन का जिक्र करते नजर आए
– उन्होंने इसे 2020 अभियान के लिए आधिकारिक किक ऑफ रैली बताया
– ट्रंप ने उन्हीं मुद्दों का जिक्र किया जो वह पहले भी करते आये थे
– उनके भाषण में ताजा सामग्री का अभाव था
फ्लोरिडा के ऑरलैंडो स्थित एमवे सेंटर में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रैली में भीड़ बड़ी संख्या में आई। काफी पहले से लोग अमरीकी झंडे के साथ ट्रंप का इंतजार करते देखे गए। मंगलवार के भाषण को ट्रंप के 2020 राष्ट्रपति चुनाव मिशन की आधिकारिक शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। व्यवसायी से राजनेता बने ट्रंप ने बेहद शानदार तरीके अपनी यह उपलब्धि लोगों को बताई कि कैसे 20 जनवरी, 2017 को आधिकारिक तौर पर सत्ता संभालने के कुछ घंटों के भीतर अपने चुनावी वादों पर अमल करने लग गए थे।
इससे पहले ट्रंप ने अपने अभियान के तहत सोमवार को जारी एक वीडियो में कहा, “हम असफल राजनीतिक स्थापना कर रहे हैं लेकिन सच यह है कि हम लोगों के लिए, लोगों की सरकार को फिर से बहाल कर रहे हैं।”
अपने ढाई साल उनके कार्यकाल में ट्रंप ने बहुत सारे सकारात्मक कारकों को देखा है। उनका नेतृत्व कम बेरोजगारी के साथ अमरीका की अर्थव्यवस्था को बढ़ने में कामयाब रहा है। अमरीकी प्रतिनिधि सभा के पूर्व रिपब्लिकन स्पीकर और ट्रंप के विश्वासपात्र न्यूट गिंगरिच ने कहा, “अगर अर्थव्यवस्था मजबूत रहती है, तो उसके दोबारा चुने जाने की बहुत संभावना है।” लेकिन 2016 के चुनाव में रूसी हस्तक्षेप की विशेष वकील रॉबर्ट मुलर द्वारा जांच का मामला ट्रंप के गले की सबसे बड़ी फांस बनता जा रहा है।
इस मुद्दे को लेकर 2020 के चुनाव से पहले ट्रंप की लोकप्रियता को झटका जरूर लगा है। इस खुलासे ने ट्रंप में अमरीकियों के विश्वास को काफी कम कर दिया है। चीन और उसके कुछ सहयोगियों के साथ ‘व्यापार युद्ध’ और मेक्सिको के साथ जारी आव्रजन विवाद में टैरिफ लगाकर ट्रंप ने जिन कट्टर नीतियों का परिचय दिया है, उसको लेकर भी उनके प्रशासन में मतभेद उभर आए हैं। इस बारे में आम अमरीकी लोगों के राय भी बंटी हुई है।
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