कोतवाली थाना क्षेत्र के घुटरापारा निवासी मोजिबुल हसन पिता जमाल हसन उम्र 17 वर्ष ने 3 सितंबर की शाम अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस मामले में पिता जमाल हसन ने कोतवाली पुलिस के सामने बयान दर्ज कराया है कि मोहल्ले के एक व्यक्ति ने मुझे बताया कि तुम्हारी पत्नी प्रतिदिन दोपहर 1 बजे के लगभग एक व्यक्ति के साथ बाइक से होली क्रॉस स्कूल की ओर जाती है और काफी देर बाद वापस लौटती है।
शंका होने पर उसने 3 सितंबर को पत्नी का पीछा किया तो बात सच्ची निकली। वह गैरमर्द के साथ घूमती मिली। जब उसने आपत्ति जताई तो पत्नी रास्ते में ही विवाद करने लगी। इसके बाद वह घर पहुंचा और फांसी लगाने लगा। यह देख उसके दोनों नाबालिग बेटे मोजिबुल व लक्की ने उसे ऐसा करने से रोक लिया।
बेटों द्वारा बचा लिए जाने के बाद उसने आत्महत्या नहीं की और घर से बाहर तालाब की ओर घूमने चला गया। कुछ देर बाद मोहल्ले के ही एक व्यक्ति ने उसे बताया कि बड़े बेटे मोजिबुल ने घर में फांसी लगा ली है। उसे फंदे से उतारकर अस्पताल ले जाया गया है। जब वह अस्पताल पहुंचा तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था।
संजीवनी 108 का चालक बोला- 1000 रुपए दो वरना मरीज को रास्ते में ही उतार दूंगा, पैसे तो दिए लेकिन जान भी नहीं बची
पत्नी पर बेटे को टॉर्चर करने का लगाया आरोपमृतक के पिता जमाल ने पत्नी पर टॉर्चर करने का आरोप लगाया है। उसने अपने बयान में बताया कि घर से जाने के बाद पत्नी मेरे बेटे मोजिबुल को टॉर्चर कर रही होगी।
वह बेटे पर शक कर रही थी कि उसने ही उसे बताया है कि मां किसी और के साथ बाहर घूमने जाती है। इस बात से परेशान होकर बेटे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मामले को विवेचना में लिया है।