गौरतलब है कि पीडब्ल्यूडी अंबिकापुर डिविजन द्वारा 22 सितंबर को 3 सडक़ों का टेंडर हुआ। इनमें दरिमा-नानदमाली मार्ग पर स्थित बिहीबाड़ी से गेल्हाचुहा की 3.8 किमी सडक़ तथा अंबिकापुर-राजपुर रोड से लगे राता से डकई रोड की 4 किमी सडक़ का टेंडर 27 प्रतिशत बिलो तथा सीतापुर के बटईकेला स्थित महेशपुर से नकना घोड़ापारा की 8.35 किमी सडक़ का टेंडर 25 फीसदी बिलो में हुआ है।
तीनों सडक़ों का काम ठेकेदार मेसर्स जवाहर लाल गुप्ता को मिला है। यानी बिहीबाड़ी से गेल्हाचुहा तक की 5 करोड़ 94 लाख 76 हजार रुपए के काम को ठेका कंपनी द्वारा 4 करोड़ 32 लाख 56 हजार 894 रुपए में तथा राता से डकई रोड के 5 करोड़ 85 लाख 44 हजार रुपए के काम को ठेका कंपनी द्वारा 4 करोड़ 25 लाख 79 हजार 51 रुपए में किया जाएगा।
वहीं महेशपुर से नकना तक बनने वाली 10 करोड़ 15 लाख 37 हजार की सडक़ को ठेका कंपनी 25.2 प्रतिशत बिलो यानी 7 करोड़ 59 लाख 49 हजार 676 रुपए में करेगा। इसके अलावा एसडी, पीजी, रॉयल्टी, आईटी और जीएसटी जैसे अन्य करीब 17 प्रतिशत के अतिरिक्त खर्चे भी ठेकेदार को वहन करने पड़ेंगे।
यानी कुल मिलाकर 44 प्रतिशत बिलो में 2 सडक़ों का काम जबकि एक सडक़ का काम वह करीब 42 फीसदी में इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ठेका कंपनी द्वारा किए जाने वाली सडक़ निर्माण की क्वालिटी किस स्तर की होगी?
स्टेट हाइवे पर पेड़ से जा टकराई तेज रफ्तार कार, 2 दोस्तों की मौत, शव निकलवाने मंगानी पड़ी जेसीबी
पहली बार 27 फीसदी बिलो में टेंडरपीडब्ल्यूडी अंबिकापुर डिविजन में विगत 3 वर्षों में यह पहली बार है जब किसी सडक़ का टेंडर 27.27 फीसदी बिलो में हुआ है। इससे पूर्व हाल ही में एक सडक़ का टेंडर 26 प्रतिशत बिलो में हुआ था। अब उक्त सडक़ का रिवाइज्ड इस्टीमेट अपू्रव कराकर काम कराए जाने की तैयारी है।
जबकि 3 वर्ष पूर्व 22 फीसदी बिलो में अग्रसेन चौक से सांड़बार तक का टेंडर विभाग द्वारा किया गया था। तीन साल पहले मैटेरियल्स के दर कम थे। इसके बाद भी काम की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठे थे। वर्तमान में बढ़ी हुई कीमतों पर 27 फीसदी बिलो में काम को स्वीकृत करना विभाग के लिए नासूर बन सकता है।
Video: 2 करोड़ रुपए गंवा चुके व्यवसायी की होटल में फांसी पर लटकी मिली लाश, सुसाइड नोट में लिखी आत्महत्या की वजह
42 किमी की लीड, महंगी मिलेगी गिट्टीसूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बिहीबाड़ी से गेल्हाचुहा रोड के लिए यदि ठेकेदार बरियों से गिट्टी का ट्रांसपोर्टेशन करता है तो उसकी लीड करीब ४२ किलोमीटर की पड़ेगी।
वहीं महेशपुर से बटईकेला तक जाने वाली सडक़ के लिए ठेकेदार को करीब ८४ किलोमीटर की लीड पड़ेगी। इसके बाद रॉयल्टी का खर्च अलग से आएगा। इससे गिट्टी की कीमत भी सामान्य दर से अधिक महंगी होगी।
अभी टेंडर खुला है, एक्सेप्टेंस नहीं हुआ
अभी टेंडर सिर्फ खुला है, इसका एक्सेप्टेंस नहीं हुआ है। 27 प्रतिशत बिलो में काम करना पॉसिबल तो नहीं है लेकिन ठेकेदार इसे कैसे करेगा, यह तो वही बता सकता है।
बिरेंद्र सिंह बेदिया, ईई पीडब्ल्यूडी, अंबिकापुर