दरिमा थाना क्षेत्र के ग्राम सोनबरसा निवासी संतन दास ने शनिवार को अपनी पत्नी गीता दास को डिलीवरी के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया था। शाम 6 बजे उसने ऑपरेशन से बच्ची को जन्म दिया। इस दौरान परिजन को लड़का होने की जानकारी दी गई। लेकिन बच्चे के अस्वस्थ होने के कारण उसे सीधे एसएनसीयू में रखा गया। रविवार की शाम को बच्चे को परिजन के हवाले कर दिया गया। इस दौरान परिजन को लड़का सौंपा गया था। इससे परिजन में काफी खुशी की लहर थी।
शनिवार की शाम 3 बच्चों का हुआ था जन्म
अस्पताल प्रशासन का कहना है कि शनिवार की शाम तीन बच्चों का जन्म हुआ था। इसमें दो बेटियां व एक बेटा शामिल है। गीता बेक नामक महिला ने बेटे को जन्म दिया था। जबकि गीता दास को बेटी हुई है, दोनों महिलाओं का नाम एक होने से परिजन को गलत फहमी हुई है। वहीं एमएस डॉ. लखन सिंह का कहना है कि परिजन को समझाइश दी जा रही है। अगर नहीं मानते हैं तो लिखित में उनसे लेकर अस्पताल प्रशासन कार्रवाई कर बच्ची को चाइल्ड लाइन को सौंप दिया जाएगा।
एसएनसीयू में भर्ती है बच्ची
बेटा ही होने का दावा कर रहे संतन दास व उसकी पत्नी गीता दास का कहना है कि शनिवार को मुझे पुत्र होने की जानकारी दी गई थीं मैंने देखा भी था। इसके बाद बच्ची होने की जानकारी देकर मुझसे बेटे को वापस ले लिया गया है। पजिन बच्ची को रखने से इंकार कर रहे हैं।