बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के शंकरगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम करासी निवासी मुनिया तिर्की पति हरिवंश तिर्की (36) गर्भवती थी। 10 सितंबर को परिजन ने उसे प्रसव कराने भरतपुर अस्पताल में भर्ती कराया था। लेकिन उसकी स्थिति ठीक न होने के कारण चिकित्सकों ने शंकरगढ़ अस्पताल रेफर कर दिया था।
परिजन महिला को लेकर शंकरगढ़ अस्पताल पहुंचे। यहां से भी चिकित्सकों ने उसे रेफर कर दिया। इसके बाद परिजन रात करीब 10.30 बजे महिला को लेकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे। यहां उसे एमसीएच में भर्ती कराया गया।
11 सितंबर की सुबह चिकित्सकों ने उसका ऑपरेशन कर प्रसव (Mother-newborn died) कराया। इस दौरान महिला ने मृत बच्चे को जन्म दिया। प्रसव के बाद महिला की स्थिति काफी बिगड़ गई थी। उसे इलाज के लिए आईसीयू में रखा गया था।
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पिता बच्चे का शव लेकर गया घर
मृत बच्चे का जन्म (Mother-newborn died) होने पर पिता उसका शव लेकर अपने घर अंतिम संस्कार करने चला गया। इधर उसकी पत्नी आईसीयू में भर्ती थी। महिला की देख रेख के लिए अन्य परिजन भी साथ में थे। इसी बीच इलाज के दौरान महिला की गुरुवार की सुबह मौत हो गई।परिजन ने लगाया लापरवाही का आरोप
गर्भ में बच्चे की मौत तथा दूसरे दिन मां की भी मौत (Mother-newborn died) हो जाने से परिजन सदमे में हैं। परिजन ने चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है। परिजन का कहना है कि महिला के साथ चिकित्सक व स्टाफ नर्स का व्यवहार ठीक नहीं था। उसके साथ गाली-गलौज तक की गई थी। यह भी पढ़ें