मैनपाट के ग्राम बरिमा पकरीपारा निवासी देवधन माझी महाराष्ट्र के पुणे में मजदूरी करने गया है। घर पर उसकी पत्नी सुधनी 3 बेटियों व एक बेटे के साथ रह रही थी। शनिवार की रात को मां ने तीन बच्चों 8 वर्षीय गुलाबी, 6 वर्षीय सुषमा व 4 वर्षीय रामप्रसाद को एक कमरे में सुला दिया था।
दरवाजा बंद होने के कारण भागने का नहीं मिला मौका
आग लगने के बाद ग्रामीणों ने मिलकर काफी मशक्कत के बाद इस पर काबू पाया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। आग बुझने के बाद तीनों बच्चों के शव आपस में लिपटे मिले।
12 लाख की सहायता राशि स्वीकृत
घटना की सूचना पर सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो, एसपी विजय अग्रवाल रविवार को घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने शवों का पीएम कराकर परिजन को सौंप दिया है। इस हृदयविदारक घटना से मैनपाट में शोक का माहौल है। आग कैसे लगी, इसका पता नहीं चल सका है। वहीं जिला प्रशासन द्वारा इस घटना को लेकर मृत बच्चों की मां सुधनी बाई के नाम 12 लाख रुपए की सहायता राशि स्वीकृत की है।