6वीं की छात्रा की आत्महत्या मामला: शिक्षिका को भेजा गया जेल, स्कूल प्रबंधन व प्राचार्य को भी नोटिस
Girl student suicide case: शहर के कार्मेल स्कूल की शिक्षिका की प्रताडऩा से तंग 6वीं की छात्रा ने की थी आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखा- डेंजरस हैं मर्सी मैम, करती है टॉर्चर, माता-पिता की एकलौती बेटी थी छात्रा, आक्रोशित भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने स्कूल कैंपस के बाहर टायर जलाकर किया था प्रदर्शन
अंबिकापुर. Girl student suicide case: शहर के कार्मेल स्कूल में 6वीं कक्षा में अध्ययनरत छात्रा ने मंगलवार की रात अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले छात्रा ने सुसाइड नोट भी छोड़ा था। इसमें उसने स्कूल की एक शिक्षिका पर प्रताडि़त करने का आरोप लगाया है। छात्रा ने सुसाइड नोट में लिखा है कि मर्सी सिस्टर काफी बुरी और डेंजरस है, वह टॉर्चर करती है। मेरे पास मरने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है। मेरी मौत की जिम्मेदार मर्सी सिस्टर ही हैं। इधर घटना से आक्रोशित भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने स्कूल कैंपस के बाहर टायर जलाकर प्रदर्शन किया। आक्रोश को देखते हुए एवं पीएम रिपोर्ट व सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने धारा 305 के तहत अपराध दर्ज कर शिक्षिका को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। यहां से उसे जेल भेज दिया गया।
शहर के दर्रीपारा निवासी आलोक कुमार सिन्हा पेशे से इंजीनियर हैं। उनकी 12वर्षीय बेटी अर्चिशा सिन्हा शहर के कार्मेल स्कूल में कक्षा 6वीं की छात्रा थी। मंगलवार की रात करीब 9.30 बजे छात्रा ने अपने कमरे में पंखे के सहारे फांसी लगाकर जान दे दी। छात्रा ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है।
इसमें उसने स्कूल की शिक्षिका पर कई दिनों से प्रताडि़त व कक्षा में दोस्तों के सामने अपमानित करने का आरोप लगाया है। मासूम छात्रा द्वारा आत्महत्या किए जाने से माता-पिता का जहां रो-रोकर बुरा हाल है, वहीं शहरवासियों में शिक्षिका व स्कूल प्रबंधन के प्रति भारी आक्रोश है।
सुसाइड नोट में छात्रा ने ये लिखा छात्रा ने लिखा है कि 6 फरवरी को कक्षा में सिस्टर मर्सी ने उसका व उसके 2 दोस्तों का आई कार्ड छीन लिया। वहीं उसे दोस्तों ने बताया कि सिस्टर मर्सी अब उसे प्रिंसिपल के पास ले जाएंगीं तथा उसके पैरेंट्स को बुलाएंगीं। सिस्टर मर्सी बहुत बुरी व डेंजरस है। इस कारण उसके पास मरने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है।
मैं ऐसा कदम उठाकर सिस्टर मर्सी से बदला लूंगी, ताकि अन्य बच्चों के साथ ऐसा न हो। सिस्टर मर्सी को जीने का कोई हक नहीं है। छात्रा ने यह भी लिखा है कि प्लीज उसके दोस्तों को पनिशमेंट देने से बचा लो। अंत में छात्रा ने लिखा है कि वह मम्मी-पापा से बहुत प्यार करती है।
उसके अंतिम संस्कार में उसके सारे दोस्तों को बुलाने की बात भी उसने लिखी है। प्लीज मेरे जितने भी दोस्त हैं उन्हें पनिशमेंट न दें। सिस्टर मर्सी व सिस्ट जीवा पढ़ाते भी हैं और टॉर्चर भी करते हैं।
अभिभावक संघ व भाजयुमो ने किया प्रदर्शन शिक्षिका की प्रताडऩा से तंग आकर 6वीं की छात्रा द्वारा आत्महत्या करने के मामले से शहरभर में आक्रोश है। घटना से आक्रोशित भाजयुमो कार्यकर्ताओं व अभिभावक संघ ने विरोध प्रदर्शन किया। भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने स्कूल के गेट के सामने टायर जलाकर प्रदर्शन किया।
वहीं अभिभावपक संघ ने एसपी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया। भाजयुमो व अभिभावक संघ ने आरोपी शिक्षिका व प्रिंसिपल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग कर रहे थे। प्रदर्शन के दौरान सीएसपी समेत गांधीनगर पुलिस मौके पर मौजूद थे।
एकलौती संतान थी अर्चिशा अर्चिशा माता-पिता की एकलौती संतान थी। वह पढ़ाई-लिखाई में काफी मेधावी थी। अर्चिशा सुसाइड करने से पूर्व शाम करीब 6.30 बजे अपने पिता से वीडियो कॉल से बात भी की थी। इसके बाद वह अपने टिचिंग रूम में चली गई थी।
रात करीब 9.30 बजे उसकी मां उसे खाना खाने के लिए बोलने गई तो दरवाजा अंदर से बंद था। अंदर से कुछ जवाब नहीं आने पर उसकी मां ने खिडक़ी से देखी तो उसके पैर के नीचे से जमीन खिसक गई। एकलौती बेटी अर्चिशा फंदे पर झूल रही थी।
शिक्षिका को गिरफ्तार कर भेजा गया जेल घटना के बाद लोगों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस ने पीएम रिपोर्ट व सुसाइड नोट के आधार पर धारा ३०५ के तहत अपराध दर्ज कर शिक्षिका सिस्टर मर्सी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। यहां से आरोपी शिक्षिका को जेल दाखिल कर दिया गया है।
इस दौरान पुलिस शिक्षिका को स्कूल से अपने वाहन में लेकर न्यायालय पहुंची। पुलिस वाहन के न्यायालय पहुंचते ही लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों ने न्यायालय परिसर में भी गिरफ्तार शिक्षिका के खिलाफ व स्कूल के प्राचार्य के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया।
स्कूल प्रबंधन व प्राचार्य को नोटिस जारी अंबिकापुर स्थित निजी स्कूल में अध्ययनरत कक्षा 6वीं की छात्रा द्वारा आत्महत्या की घटना संज्ञान में आते ही प्रारंभिक जांच पश्चात परिजनों की शिकायत पर कलेक्टर ने आवश्यक कार्यवाही की है। कलेक्टर सरगुजा द्वारा विद्यालय प्रबंधन एवं प्राचार्य को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
नोटिस में कहा गया है कि सम्बन्धित शिक्षक एवं संस्था का उक्त व्यवहार भारतीय दण्ड संहिता एवं संविधान द्वारा बच्चों को प्रदत्त मौलिक अधिकारों से सर्वथा विपरीत है, जो दण्डनीय है। नोटिस में संस्था को प्राप्त अनापत्ति प्रमाण-पत्र निरस्त करने का प्रस्ताव शासन को क्यों ना भेजा जाए, इसका कारण बताते हुए 3 दिन के भीतर समक्ष उपस्थित होकर जवाब प्रस्तुत करने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। संतोषजनक जवाब प्रस्तुत ना किए जाने पर कठोर दण्डात्मक कार्यवाही की जाएगी।
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