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अंबिकापुर

नहीं मिली मुक्तांजलि, किराए के ऑटो में लादकर बेटे को ले जाना पड़ा पिता का शव

Dead body on Auto: मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Medical college hospital) में इलाज के दौरान हो गई थी मौत, शव वाहन के लिए कॉल करने के बाद 5 घंटे तक किया इंतजार, नहीं पहुंचा शव वाहन तो किराए पर ऑटो लेकर पहुंचा घर

अंबिकापुरOct 11, 2022 / 08:33 pm

rampravesh vishwakarma

CG Health minister

Dead body on auto

अंबिकापुर. Dead body on auto: मेडिकल कॉलज अस्पताल अंबिकापुर में एक बार फिर हैरान करने वाली तस्वीर सामने आई है। एक व्यक्ति की मौत के 5 घंटे बाद भी उसके परिजनों को शव वाहन नहीं मिला। मजबूरन मृतक के बेटे को किराए के ऑटो में लाद कर पिता का शव घर तक ले जाना पड़ा। यह तस्वीर जिले के स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलने के लिए काफी है। शव वाहन 1099 पर कॉल करने के बाद भी परिजन को समय पर मुक्तांजलि नहीं मिली। 1099 के कॉल सेंटर से केवल आश्वासन ही मिलता रहा। ऐसी घटनाएं सरगुजा में कई बार घट चुकी है। लेकिन व्यवस्था दुरूस्त होने का नाम नहीं ले रही है।

गौरतलब है कि शहर से लगे सरगवां निवासी 50 वर्षीय दुर्योधन सिंह की तबियत खराब होने पर परिजन उसे इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर में 3 दिन पूर्व भर्ती कराया था। यहां इलाज के दौरान सोमवार की रात लगभग 11 बजे मौत हो गई।
इसके बाद मृतक के पुत्र अनुराग ने पिता का शव घर तक ले जाने के लिए मुक्तांजलि १०९९ पर कॉल किया। कॉल सेंटर से शव वाहन भेजने का आश्वासन तो दिया गया पर पांच घंटे बाद भी शव वाहन मेडिकल कॉलेज अस्पताल में नहीं पहुंचा। इधर परिजन शव को घर ले जाने के लिए काफी परेशान रहे।
इस दौरान मृतक के परिजन ने कई बार मुक्तांजलि 1099 पर कॉल किया पर शव वाहन उपलब्ध नहीं कराया गया। अंत में निराश होकर मृतक के पुत्र को मंगलवार की अलसुबह करीब 4 बजे ऑटो में लाद कर शव घर तक ले जाने को विवश होना पड़ा। वह स्वास्थ्य व्यवस्था को कोसता रहा।

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पहले भी आ चुकी हैं ऐसी तस्वीरें
सरगुजा में एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग के लिए शर्मनाक मामला सामने आया है। जिला मुख्यालय अंबिकापुर में मेडिकल कॉलेज अस्पताल से बेटे को अपने पिता का शव ऑटो में लाद कर ले जाना पड़ा। उसे समय पर शव वाहन नहीं मिल सका। ऐसी ही कई तस्वीरें अविभाजित सरगुजा से पहले भी सामने आ चुकी हैं, लेकिन व्यवस्था में सुधार नहीं हो पा रहा है।

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मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मात्र 3 शव वाहन
सरगुजा जिले में कुल 6 शव वाहन हैं, जिसमें मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर में 3 जबकि 3 अन्य ब्लॉकों में हैं। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में प्रतिदिन काफी केस आने के कारण लोगों को समय पर शव वाहन नहीं मिल पाता है। मुक्तांजलि के नोडल अधिकारी शैलेंन्द्र महंत का कहना है कि हर दिन दूसरे ब्लॉक से वाहन मंगाकर सेवा उपलब्ध कराना पड़ता है। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कम से कम 6 शव वाहन की आवश्यकता है।

इंतजार करने कहा गया था
सोमवार की रात करीब 1.30 बजे शव वाहन के लिए कॉल आया था। सभी वाहन केस में थे। परिजन को इंतजार करने के लिए बोला गया था। सीतापुर से शव छोडक़र शव वाहन मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचा था, इससे पूर्व ही परिजन शव को निजी व्यवस्था से लेकर चले गए थे।
शैलेन्द्र महंत, मुक्तांजलि जिला नोडल अधिकारी

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