इस दौरान औषधीय पादप बोर्ड के अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक, श्रम कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष शफी अहमद, 20 सूत्रीय कार्यक्रम के उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल, खाद्य आयोग के अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह बाबरा, अनुसूचित जनजातीय आयोग के अध्यक्ष भानूप्रताप सिंह, सामरी विधायक चिंतामणी महाराज, महापौर डॉ. अजय तिर्की, डीसीसी अध्यक्ष राकेश गुप्ता, कलेक्टर कुंदन कुमार, आईजी रामगोपाल गर्ग, एसपी भावना गुप्ता, जिपं सीईओ विश्वदीप सहित काफी संख्या में जनप्रतिनिधि व लोग उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दरिमा एयरपोर्ट बारे में बताया कि एयरपोर्ट 1950 के बाद का है। सबसे पहले 1974 में पहली बार इंदिरा गांधी ने यहां लैंडिंग की थी। उस समय यह हवाई पट्टी थी। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में ट्रेन की हालत जहां खराब है, वहीं अंबिकापुर को एयरपोर्ट से जोडऩा एक बड़ी उपलब्धि है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एयरपोर्ट काफी सुविधाजनक है। 364 एकड़ क्षेत्रफल में बने इस एयरपोर्ट पर 72 सीट विमान के साथ-साथ कई अन्य विमान भी उतर पाएंगे, इससे पर्यटक के क्षेत्र में काफी लाभ मिलेगा। सरगुजा संभाग पूरे देश में सबसे खूबसूरत स्थल के रूप में जाना जाता है। एयरपोर्ट की सुविधा हो जाने से पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होगा, साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगी।
सीएम से पत्रकारों ने सवाल किया कि भाजपा यह आरोप लगा रही है कि एयरपोर्ट की योजना केंद्र सरकार की है जिसमें कांग्रेस अपना श्रेय ले रही है। इसपर मुख्यमंत्री ने कहा कि 48 करोड़ रुपए तो हमने दिया है। इसकी एक्सटेंशन के लिए पैसा हम लगा रहे हैं और आगे काम होना है। इस एयरपोर्ट में जितने भी विकास कार्य हो रहे हैं, वह राज्य सरकार के पैसों से हुए हैं। केंद्र सरकार का इसमें कुछ नहीं लगा है।
रायपुर के बाद दूसरा सबसे खूबसूरत एयरपोर्ट
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने कहा कि एक दशक से लंबित बहुप्रतीक्षित मांग पूरी होती दिखाई दे रही है। मां महामाया एयरपोर्ट का लाइसेंस मिलते ही एटीआर विमान के साथ 72 सीटर विमान यहां उतर सकेगा। ऐसे में अंचल के लोगों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। काफी कम समय के अंदर डीजीसीए (DGCA) के मानक के अनुसार रनवे तैयार किया गया है।