जांच न ही कार्रवाई
इस साल अधिकृत पटाखा बाजार के अलावा शहर भर में छोटे-बड़े 500 से ज्यादा
पटाखा दुकानें लग गई हैं। इन दुकानों में छोटी फुलझड़ी से लेकर बड़े-बड़े बम और लड़ी भी रखे हुए हैं। इन दुकानों में सुरक्षा व्यवस्था या फायर फाइटिंग सिस्टम की जांच करने अब तक प्रशासन की टीम नहीं निकली है। उल्लेखनीय है कि पटाखा बाजार और स्थायी पटाखा दुकानों के अलावा अन्य सभी दुकानें बिना अनुमति के खुलीं हैं।
आगजनी से हो सकती है बढ़ी घटना
पटाखा दुकानों में आगजनी हुई, तो बड़ी घटना हो सकती है। ये दुकानें ऐसे-ऐसे स्थानों पर खुली है, जहां आग आवासीय इलाकों में भी फैल सकती है। इससे जनधन हानि हो सकती है। इसके अलावा स्थायी पटाखा दुकानों में भी त्योहार के चलते एक्स्ट्रा स्टॉक हैं। इन्हें बड़े-बड़े गोदामों में स्टोर करके रखे हैं। गोदामों की भी जांच-पड़ताल नहीं की जाती है। बिना अनुमति खुली दुकानों की जांच की जाएगी। इसके लिए टीमें बनाई जा रही है।