इसकी जानकारी सुबह ग्रामीणों को उस वक्त लगी जब वे खेत की ओर गए। यहां किसान की लाश टुकड़ों में जगह-जगह बिखरी पड़ी थी। सूचना मिलते ही गृहमंत्री किसान के घर गए व उसके परिजनों को ढांढस बंधाया। इधर वन विभाग ने मृतक के परिजनों को तात्कालिक सहायता राशि प्रदान की।
प्रदेश के गृहमंत्री के सूरजपुर जिला स्थित गृहग्राम चेंद्रा में रविवार की रात 15 हाथियों का दल घुस आया। हाथियों ने यहां करीब ढाई एकड़ में लगी धान व मक्के की फसल को चट कर दिया। इस संबंध में चेंद्रा सरपंच नधिर पैकरा ने बताया कि ग्राम टोमो के आश्रित ग्राम झाड़ूडीह की ओर से रात करीब 11 बजे हाथी यहां घुसे थे। चेंद्रा में घुसने के बाद हाथी अमटिकरा के कसाईखांड़ जंगल के रास्ते घटनास्थल तक पहुंचे थे।
हाथियों की चिंघाड़ सुनकर गांव का ही 45 वर्षीय किसान कलमसाय पिता शोभित गोंड़ 45 वर्ष अपनी धान के खेत में गया। यहां उसने देखा कि हाथी उसकी फसल तबाह कर रहे हैं। इस बीच वह हाथियों को भगाने की कवायद में लग गया। इससे गुस्साए हाथियों ने उसे चारों ओर से घेरकर सूंड से उठाकर जमीन पर पटक दिया। इसके बाद उसे कुचलकर मार डाला। हाथियों की नाराजगी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने किसान के शव को कई हिस्सो में बांट दिया था।
किसान को मौत के घाट उतारने के बाद हाथी वापस झाड़ूडीह के जंगल में चले गए। इधर रातभर जब किसान घर नहीं लौटा तो परिजन उसे खोजने निकले। जब वे खेत की ओर गए तो उसकी लाश कई टुकड़ों में बंटी हुई मिली। इससे परिजनों के रोने का ठिकाना न रहा। सूचना मिलते ही सूरजपुर डीएफओ गांव में पहुंचे और उन्होंने तात्कालिक सहायता के रूप में मृतक के परिजनों को 25 हजार रुपए प्रदान किए। उन्होंने फसलों के नुकसान के संबंध में मुआवजा प्रकरण तैयार करने के निर्देश विभागीय अमले को दिए हैं।
गृहमंत्री भी मिले किसान के परिजनों से
बताया जा रहा है कि हाथी ने जिस जगह किसान को मार डाला वह स्थल गृहमंत्री के घर से चंद कदम की दूरी पर ही है। सूचना मिलते ही सोमवार की सुबह गृहमंत्री मृतक के परिजनों से मिलने उनके घर पहुंचे। उन्होंने उन्हें ढांढस बंधाया और अपनी ओर से हरसंभव सहायता की बात कही।
झाड़ूडीह में तोड़े आधा दर्जन घर, 5 क्विंटल अनाज भी चट
बताया जा रहा है कि किसान को मौत के घाट उतारने से पहले हाथियों ने ग्राम झाड़ूडीह मे आधा दर्जन घर को हाथियो ने घर को तोड दिया । घर मे रखे अनाज करीब 5 क्विंटल अनाज भी चट कर दी। हाथियों ने जिन लोगों के घरों को तोड़ा उनमें मोहर साय पिता भोंडुराम पंडो, श्रीराम, जवाहीर, कवलसाय कंवर , सोमारू ,हरबचन कंवर व रामेश्वर शामिल हैं।