मामले का खुलासा करते हुए एएसपी अमोलक सिंह ने बताया गुरभेज सिंह छाबड़ा कोतवाली थाना क्षेत्र के गुरुद्वारा वार्ड का रहने वाला है। वह व्यवसायी है। 15 दिसंबर 2023 को उसने इंस्टाग्राम में एक ट्रेडिंग ग्रुप गोल्डन सच्स एक्वॉलिटी एसेस्ट मैनेजमेण्ट ग्रुप 356 में ज्वाइन किया था।
इस ग्रुप में जुड़े लोगों ने प्रलोभन देकर फर्जी ट्रेडिंग एप के बारे में अवगत कराया और जीएसआईएन ट्रेडिंग फर्जी एप को डाउनलोड कराया। गु्रप के लोगों द्वारा योजनाबद्ध तरीके से गुरभेज ङ्क्षसह को प्रलोभन देकर फर्जी एप के कस्टमर सर्विस सेंटर द्वारा अलग-अलग बैंक के खाते नंबर देकर 7.35 लाख रुपए जमा करा लिए।
फर्जी एप के कस्टमर सर्विस सेण्टर द्वारा गुरभेज सिंह से 7.35 लाख रुपए पहले जमा कराए गए। इसके बाद 10 से 23 जनवरी 2024 तक आरोपियों द्वारा पीडि़त को प्रलोभन के नाम पर 10 हजार 49 रुपए आहरित करने दिया गया।
लेकिन इसके बाद जब 7 से 17 फरवरी तक प्रार्थी द्वारा राशि आहरित करने प्रयास किया गया तो उस फर्जी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म द्वारा स्वीकृति नहीं दी गई। फिर 15 फरवरी को संबंधित ग्रुप से भी आरोपियों द्वारा प्रार्थी को हटा दिया गया था।
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नागपुर से पकड़े गए तीनों आरोपीएडिशनल एसपी ने बताया कि साइबर सेल की तकनीकी जानकारी व मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस टीम नागपुर महाराष्ट्र रवाना हुई थी। यहां से पुलिस ने आरोपी स्वप्निल चिचगरे 25 वर्ष, राहुल सरोज 25 वर्ष व प्रचीत कुमार येंडे 33 वर्ष सभी निवासी नागपुर महाराष्ट्र को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर जेल दाखिल कर दिया है। कार्रवाई में साइबर सेल से निरीक्षक मोरध्वज देशमुख, प्रधान आरक्षक सुधीर सिंह, अजय पाण्डेय, आरक्षक दीनदयाल सिंह व शिव राजवाड़े शमिल रहे।
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व्यवसायी ने कोतवाली में दर्ज कराई थी रिपोर्टपूरे घटना क्रम में आरोपियों द्वारा पीडि़त को प्रलोभन देकर अलग-अलग दिनांक को अलग-अलग बैंकों के खाते में राशि मंगाकर कुल 7.35 लाख रुपए की ऑनलाइन ठगी कर ली गई थी। पीडि़त की रिपोर्ट पर कोतवाली पुलिस अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 420 एवं 66(डी) आईटी एक्ट का मामला दर्ज कर विवेचना कर रही थी।