संग्रहालय अध्यक्ष प्रतिभा यादव ने बताया कि अलवर जिले की लक्ष्मणगढ तहसील के ग्राम छिछालो में 11-12वी शताब्दी की भगवान बाहुबली व अंबिका देवी की जैन मूर्तियां 12 जुलाई 2022 को खुदाई से प्राप्त हुई । जिन्हें जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्टेªट न्यायालय अलवर के आदेश के तहत 2 सितम्बर 2022 को संग्रहालय को प्राप्त हुई जिनको संग्रहालय में आमजन के अवलोकनार्थ लगाया गया है। उन्होंने बताया कि पर्यटन विभाग की ओर से इस अवसर पर पर्यटकों के लिए शहनाई वादन के कार्यक्रम का आयोजन करवाया गया।
अंबिका देवी अंबिका देवी की यह प्रतिमा 11-12 वीं शताब्दी की है जिसके चारों ओर आम्रलुंबी का अंकन किया गया है। यह प्रतिमा -आभूषणों से अलंकृत है तथा इसके निम्न भाग में शासन देवियों का अंकन किया गया है। अंबिका देवी की इस प्रतिमा की खासियत यह है कि इसमें अम्बिका देवी के हाथ में शिशु नही है।
स्थानक बाहुबली स्थानक बाहुबली की यह 11-12 वीं शताब्दी की द्विहस्त देव प्रतिमा जैन धर्म के भगवान बाहुबली की है। इनके बाल घुंघराले तथा सिर के पीछे प्रभामण्ड़ल उत्कीर्ण है। इनके हाथ से नीचे आधार तक लताएं दृष्टव्य है। इस प्रतिमा के शरीर पर श्रीवत्स का अंकन किया गया है।
इस दौरान यूआईटी सचिव डॉ. मंजू, एसडीएम प्यारेलाल सोंठवाल, पर्यटन विभाग की सहायक निदेशक टीना यादव, तहसीलदार कमल पचौरी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।