आबादी से होकर तोड़फोड़ करने पर करीब 5 करोड़ से अधिक का मुआवजा देना पड़ता। इसे लेकर सैकड़ों दुकान और मकान टूटने से बच गए। इस आबादी क्षेत्र की सड़क के दोनों ओर बसे लोगों ने राहत की सांस ली है। स्टेट हाईवे 44 की लंबाई 25.8 किलोमीटर तथा लागत करीब 140 करोड रुपए है। जिसका शुभारंभ कांग्रेस सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किया। पीटी खंड जयपुर के निर्देशन में यह विकास कार्य हो रहा है और 100 फीट चौड़ीसड़क बन रही है, जिसमें 22 फीट चौड़ीसड़क डामरीकरण की रहेगी। उसके बाद 40 फीट पटरी, नाली निर्माण व अन्य कार्य होंगे।
डेढ़ सौ मकान टूटने से तथा बहुत से लोग बेरोजगार होने से बच गए नटनी का बारा से चिमरावली मोड़ तक बीजवाड़ नरूका में आबादी से यह सड़क नहीं बनेगी। जहां करीब 500 मीटर इस सड़क की लंबाई बढ़ रही है, जिससे डेढ़ सौ मकान टूटने से तथा बहुत से लोग बेरोजगार होने से बच गए। बीजवाड़ नरूका में बाइपास निकालने को लेकर करीब दो किलोमीटर लंबे एरिया में 716 कास्तकारों की 5.16 हैक्टेयर भूमि अधिग्रहण की गई है, जिसका कुल 4 करोड़ 60 लाख 28 हजार 411 रुपए का अवाॅर्ड जारी किया गया। जहां उपखंड अधिकारी मालाखेड़ा के कार्यालय से संबंधित किसानों को मुआवजा राशि का वितरण शुरू किया गया है। इसके साथ ही आबादी क्षेत्र के दुकानदार व आवासीय परिवार के लोगों में खुशी है और उन्होंने राहत की सांस ली है कि गांव के अजय कुमार शर्मा, प्रेमसिंह, देवीसिंह, कमलेश शर्मा, अशोक कुमार, राहुल सिंह, पूर्व सरपंच रतिराम बैरवा, शोभाराम बैरवा ने बताया स्टेट हाईवे 44 के निर्माण के लिए बाइपास निकल गया है। इससे सरकार को भी लाभ है तथा किसानों को मुआवजा मिल गया। सड़क के पास बसी आबादी भी बच गई।
…………… मुआवजा राशि का वितरण किया जा रहा है उपखंड अधिकारी मालाखेड़ा नवजोत कवरिया का कहना है कि बीजवाड़ नरूका से बाइपास निकल गया है। जहां राजस्व रिकॉर्ड के अनुसार 716 भूमि धारक किसानों को अवाॅर्ड जारी कर मुआवजा राशि का वितरण किया जा रहा है। तहसीलदार, मालाखेड़ा मेघा मीणा का कहना है कि संबंधित काश्तकार को राजस्व रिकॉर्ड में संशोधन करवाने के लिए उस क्षेत्र के पटवारी को निर्देशित किया है।
सार्वजनिक निर्माण विभाग, मालाखेड़ा के सहायक अभियंता बीएल मीणा ने बताया कि बाइपास निकालने से आमजन व सरकार तथा विभाग को भी फायदा है। इससे जाम की स्थिति नहीं बनेगी तथा सैकड़ों वर्ष पुरानी बसी हुई आबादी व दुकानदारों का रोजगार भी खराब नहीं होगा।