राजस्थान 10वीं बोर्ड में 99.33 प्रतिशत अंक लेकर एकता ने अपनी योग्यता का लोहा मनवाया है। एकता ने अपनी इस सफलता के पीछे सबसे बड़ा रोल नियमित पढ़ाई को बताया है। पत्रिका डिजिटल से बातचीत में एकता खरोलिया ने बताया कि स्कूल के अलावा वो नियमित पढ़ाई करती थी। उन्होंने इस सफलता का श्रेय माता-पिता और टीचर्स को दिया है।
2 साल पहले ही ठान लिया था, करना है ऐसा कमाल
एकता ने बताया कि जब वो 8वीं कक्षा में अध्ययनरत थी, तब खैरथल की ही रीया गुप्ता ने 10वीं कक्षा में 98.83 प्रतिशत अंक लाकर राजस्थान में दूसरे नंबर पर टॉप किया था। तब ही मैंने सोच लिया था कि रीया की तरह मैं भी 10वीं कक्षा में अच्छे नंबर लेकर आऊंगी। इसके बाद जब 10वीं कक्षा में आने पर नियमित पढ़ाई की।
डॉक्टर बनना चाहती है एकता
स्कूल के अलावा घर पर रोजाना 7 से 8 घंटे पढ़ाई की। एक दिन कम समय मिला तो दूसरे दिन उसकी भरपाई के लिए थोड़ा ज्यादा पढ़ लेती थी। एकता को पढ़ाई के साथ-साथ पर्यावरण से प्रेम है। उन्हें पेड़ पौधे लगाना और वन्य जीव देखना पसंद है। वो आगे चलकर डॉक्टर बनना चाहती है।
पिता चलाते है किराना की दुकान
खैरथल की रहने वाली एकता ने बताया कि उनके पिता अजय प्रजापत खुशखेड़ा में किराने की दुकान चलाते है। इससे पहले वो गुड़गांव की कंपनी में काम करते थे। लेकिन, बच्चों की देखरेख के लिए वो यही रहने लगे। मां सीमा रानी एक एनजीओ में काम करती है। उसके एक छोटा भाई और वो घर में बड़ी है। चौंक जाओगे मार्कशीट देखकर
10वीं बोर्ड का परिणाम जारी होने के बाद एकता प्रजापत की मार्कशीट सामने आई है, जिसे देखकर आप भी चौंक जाओगे। एकता को अंग्रेजी, विज्ञान, गणित और संस्कृत विषय में 100 में से 100 अंक मिले हैं। वहीं, हिंदी और सामाजिक विज्ञान में 100 में से 98 अंक मिले है। निजी स्कूल के डायरेक्टर आजाद चौधरी ने बताया कि इस बार उनकी स्कूल के 9 बच्चों के 98 प्रतिशत से ज्यादा अंक आए है।