दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे पर चौपहिया वाहनों की अधिकतम गति सीमा 120 किमी प्रति घंटा निर्धारित है, लेकिन एक्सप्रेस-वे पर सर्विलांस सिस्टम शुरू नहीं होने के कारण यहां वाहन ओवर स्पीड दौड़ रहे, जिसके कारण एक्सप्रेस-वे पर आए दिन हादसे हो रहे। सड़क हादसों की रोकथाम के लिए एनएचएआई ने एक्सप्रेस-वे पर ऑटोमैटिक ई-चालान सिस्टम शुरू कर दिया है।
ये स्पीड है निर्धारित
अब एक्सप्रेस-वे पर 120 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से ज्यादा दौड़ने वाले वाहनों का वहां लगे सीसीटीवी कैमरों में ओवर स्पीड कैद होगी और फोटो भी खींचेगा। इसके बाद वाहन का ई-चालान कट जाएगा। इसके बाद वाहन मालिक के घर ई-चालान की रसीद पहुंचेगी। अभी तक
अलवर जिला पुलिस की ओर से एक्सप्रेस-वे पर इंटरसेप्टर वाहन लगाया हुआ था, जिसके माध्यम से ओवरस्पीड वाहनों के चालान काटे जा रहे थे।
डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों की हो चुकी है मौत
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 12 फरवरी 2023 को दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे के दिल्ली-अलवर-दौसा-लालसोट खंड का उद्घाटन किया था। एक्सप्रेस-वे पर सर्विलांस सिस्टम नहीं होने के कारण यहां वाहन ओवर स्पीड में दौड़ रहे थे। जिसके कारण अब तक यहां डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों की हादसों में मौत हो चुकी है। वहीं, सैकड़ों लोग घायल हो चुके हैं। दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे पर सड़क हादसों की रोकथाम के लिए ऑटोमैटिक चालान सिस्टम शुरू कर दिया गया है। अब ओवर स्पीड वाहनों के ई-चालान काटे जा रहे हैं। अब तक करीब 200 वाहनों के ओवर स्पीड के ई-चालान काटे जा चुके हैं।