करीब 65 वर्षीय फलाहारी बाबा युवती से बलात्कार मामले में अलवर सेंट्रल जेल में मृत्यु तक आजीवन कारावास की सजा भुगत रहा है। फलाहारी बाबा पिछले करीब छह साल से जेल में बंद हैं। सजायाफ्ता बंदी गजराज पुत्र रतिराम की उम्र करीब 65 साल है। रतिराम हत्या के मामले में पिछले आठ साल से जेल में बंद है। 68 वर्षीय मातादीन पुत्र मोटूराम बलात्कार का दोषी है। न्यायालय ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। मातादीन पिछले साढ़े छह साल से अलवर जेल की सलाखों के पीछे जीवन काट रहा है। वहीं, 66 वर्षीय समसू पुत्र चाव खां दहेज हत्याकांड में शामिल था। उसे न्यायालय ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। समसू छह साल से अलवर जेल में बंद है।
अलवर सेंट्रल जेल में फिलहाल 31 बुजुर्ग बंदी हैं। जिनकी उम्र 60 से 90 साल के बीच हैं। इनमें से 11 सजायाफ्ता और 20 विचाराधीन बंदी शामिल हैं। इनमें से अधिकांश बंदी हत्या, दहेज हत्या या बलात्कार जैसे संगीन अपराधों में सजा भुगत रहे हैं। बुजुर्ग बंदियों के स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखा जाता है।