जानकारी के अनुसार सरकार की प्रदेश की तमाम जेलों को आबादी से बाहर शिफ्ट करने की तैयारी है। अलवर की जेल शहर के बीचोंबीच आबादी क्षेत्र में हैं। यूआईटी ने शहर से करीब 10 किलोमीटर दूर रामगढ़ रोड पर डाढेाली गांव में सिवायचक जमीन चिह्नित की है। करीब 10 हैक्टेयर जमीन चिह्नित कर स्वायत्त शासन विभाग को रिपोर्ट भेजी है।
15 हैक्टेयर जमीन पर जेल शहर में विजय नगर के सामने और राव तुलाराम सर्किल के पास केन्द्रीय कारागृह की करीब 15 हैक्टेयर जमीन है। मेडिकल कॉलेज के लिए इतनी ही बड़ी जमीन की जरूरत है। जबकि कारागृह के लिए 10 हैक्टेयर जमीन पर्याप्त है। जानकारी के अनुसार पहले जमीन का हस्तांतरण मेडिकल विभाग को किया जाएगा। उसके बाद सरकार मेडिकल कॉलेज भवन निर्माण का बजट स्वीकृत करेगी।
मेडिकल कॉलेज के कारण जल्दी अलवर जिले में राज्य सरकार की ओर से मेडिकल कॉलेज बनाया जाना है। जिसके लिए शहर के बीच और सामान्य जिला अस्पताल के पास स्थित केन्द्रीय कारागृह की जमीन सबसे उपयुक्त है। रा’य सरकार केन्द्रीय कारागार अलवर की जमीन में से कुछ हिस्सा पहले ही मेडिकल कॉलेज के लिए चिकित्सा विभाग को दे चुकी है।
प्रस्ताव बनाकर भिजवा दिया रामगढ रोड पर डोढ़ाली गांव में करीब दस हैक्टेयर जमीन जेल के लिए चिह्म्ति कर विभाग को सूचना भेज दी है। अब आगे सरकार को निर्णय करना है कि जेल कब शिफ्ट की जाए।
कानाराम, सचिव, यूआईटी अलवर