अलवर

1 करोड़ की ठगी: पुलिस वालों को पुलिस ने ही कैसे फंसाया हनी ट्रैप में? पढ़ें पूरी स्टोरी…

हनी ट्रैप मामला कुम्हेर एसएचओ व जोबनेर थाने के कांस्टेबल से ठगे 1 करोड़ रुपये ठगे गए है। पुलिस को ही ‘खाकी’ का भय दिखा कर मोटी रकम ऐंठी गई है। अलवर डीग जिले के कुम्हेर थानाधिकारी और जयपुर जिले के जोबनेर थाने के कांस्टेबल को हनी ट्रैप में फंसाकर एक करोड़ से ज्यादा रुपये वसूले गए।

अलवरFeb 08, 2024 / 12:42 pm

Rajendra Banjara

हनी ट्रैप मामला कुम्हेर एसएचओ व जोबनेर थाने के कांस्टेबल से ठगे 1 करोड़ रुपये ठगे गए है। पुलिस को ही ‘खाकी’ का भय दिखा कर मोटी रकम ऐंठी गई है। अलवर डीग जिले के कुम्हेर थानाधिकारी और जयपुर जिले के जोबनेर थाने के कांस्टेबल को हनी ट्रैप में फंसाकर एक करोड़ से ज्यादा रुपये वसूले गए। पूरे मामले में सामने आया कि इस गिरोह में 2 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। कुम्हेर के हेड कॉन्स्टेबल गंगाधर और खोह भरतपुर थाने के कांस्टेबल को हिरासत में लिया गया है।

गिरफ्तार हुई तीनों बहने और 1 भाई

पुलिस के अनुसार कुम्हेर थाने के एक हेड कांस्टेबल और खोह थाने के एक कांस्टेबल को हिरासत में लिया है। हेड कांस्टेबल को निलंबित किया है। बुधवार को पुलिस ने हनी ट्रैप में गिरफ्तार तीनों बहन और उनके भाई को न्यायालय में पेश किया। जहां से उन्हें तीन दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा गया है। पुलिस सभी आरोपियों से गहनता से पूछताछ में जुटी है।


भाई- बहन ने कैसे फसाया … पूरा मामला

कुम्हेर एसएचओ महेंद्र राठी और जोबनेर थाने के कांस्टेबल रोहिताश रैगर ने अलवर के अरावली विहार थाने में मामला दर्ज कराया कि तीन युवती और उनके भाई ने अपने जाल में फंसा घर बुलाया और नशीला पदार्थ पिला उनका अश्लील वीडियो और फोटो बना लिए। जिन्हें वायरल करने की धमकी देकर इंस्पेक्टर राठी से 90 लाख रुपए और कांस्टेबल रोहिताश से 11 लाख रुपए ऐंठ लिए। पुलिस ने तथ्यों के आधार पर जांच कर हनी ट्रैप की आरोपी तीन युवती और एक युवक को गिरफ्तार किया, जो कि आपस में भाई-बहन हैं। पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपियों से कुम्हेर थाने के हेड कांस्टेबल गंगाधर और भरतपुर के खोह थाने के कांस्टेबल विनोद से सम्पर्क है और रिश्तेदार हैं। इनकी आपस में लगातार फोन पर बातचीत होती है। बताया जा रहा है कि इन पुलिसकर्मियों ने ही पीड़ित इंस्पेक्टर की इन युवतियों से मुलाकात कराई थी। उधर, पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा का कहना है कि दोनों पुलिसकर्मियों की संदिग्ध भूमिका को देखते हुए अलवर पुलिस ने इन्हें हिरासत में ले लिया है। जिनसे पूछताछ की जा रही है।

पुलिस ने आरोपियों के घर की तलाशी ली

हनी ट्रैप मामले के आरोपियों के घर के अलवर शहर के रामानंद कॉलोनी स्थित घर पर पुलिस पहुंची। पुलिस ने वहां छानबीन और पूछताछ की, लेकिन वहां कुछ नहीं मिला।

गिरोह में 7-8 लोग शामिल, कांस्टेबल के घर से चलता था

पुलिस की जांच में सामने आया है कि इस हनी ट्रैप गिरोह में तीन-चार युवतियों सहित करीब 7-8 लोग शामिल हैं। हिरासत में लिए गए कांस्टेबल का अलवर शहर में एक मकान है, जो उसने आरोपी युवतियों को दिया हुआ था। इसी घर से ही हनी ट्रैप गिरोह काम कर रहा था।

हनी ट्रैप गिरोह की सरगना महिला इंस्पेक्टर महेन्द्र राठी, एएसआई रामजीत गुर्जर और कांस्टेबल रोहिताश रैगर को अपने जाल में फंसाया। आरोपी महिला ने इंस्पेक्टर राठी और कांस्टेबल रोहिताश को हनी ट्रैप के जाल में फंसा पुलिस का भय दिखा एक करोड़ रुपए की रकम ऐंठ ली। वहीं, एएसआई रामजीत गुर्जर को बलात्कार केस में न्यायालय से 10 साल की सजा हो चुकी है। आरोपी महिला ने तीन लोगों के खिलाफ बलात्कार, दो जनों के खिलाफ छेड़छाड़ तथा अपने पति के खिलाफ दहेज प्रताड़ना के केस दर्ज कराए हुए हैं। बताया जा रहा है कि इस गिरोह के खिलाफ एक अन्य शिकायतकर्ता भी सामने आया है। उस मामले में भी जांच जारी है।

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