इन सब के बीच कोटपूतली के लक्ष्मी नगर में रहने वाला हिमांशु स्केटिंग करके अयोध्या जा रहा है। हिमांशु सातवीं कक्षा का छात्र है। उसके पिता अशोक सैनी बिजली विभाग में कार्यरत हैं, तो मां ग्रहणी है। इन्होंने बताया कि एक दिन यू-ट्यूब पर कुछ लोगों को पैदल अयोध्या जाते हुए देखा। इसके बाद हिमांशु ने अपने पिता से अयोध्या जाने के लिए कहा। हिमांशु की यह इच्छा सुनकर पिता अशोक सैनी खुश हुए और उन्होंने अयोध्या जाने की अनुमति दी। इसके बाद हिमांशु ने स्केटिंग करके अयोध्या जाने का फैसला किया। हिमांशु ने बताया कि उसके पास अच्छे स्केट्स नहीं थे। उसके पिता ने अच्छे स्केट्स के जूते लेने के लिए उसको पैसे दिए। कंधे पर राम नाम की पताका लटकाए कोटपूतली से 80 किलोमीटर की यात्रा पूरी करके हिमांशु अलवर पहुंचा और अलवर से 700 किलोमीटर दूर अयोध्या के लिए रवाना हुआ।
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अलवर में हिंदू संगठनों व लोगों ने हिमांशु का स्वागत किया। उनके साथ एक बाइक पर उनके पिता व परिवार के अन्य लोग हैं। बाइक में भोजन दवाई व गर्म कपड़े सहित करने जरूरी सामान है। हिमांशु ने कहा कि उनका लक्ष्य 16 जनवरी तक अयोध्या पहुंचने का है। वो 22 जनवरी को भगवान राम के मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होंगे। प्रतिदिन वो करीब 80 किलोमीटर स्केटिंग कर आगे बढ़ रहे हैं। रास्ते में जगह-जगह उनका लोग स्वागत कर रहे हैं।