इस वर्ष प्रदेश की 1 लाख 26 हजार 411 बालिकाओं को यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। प्रदेश में प्रतिभावान बालिकाओं को 48.70 करोड़ रुपए के गार्गी पुरस्कारों का वितरण किया जाएगा। इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाली छात्राओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। पिछले वर्ष प्रदेश में 91 हजार 780 बालिकाओं को गार्गी पुरस्कार प्रदान किया गया था। इस बार पिछले वर्ष की तुलना में 34 हजार 631 अधिक बालिकाओं को यह पुरस्कार मिलेगा।
जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रथम अरुणेश कुमार सिन्हा ने बताया कि बीते वर्ष अलवर जिले में कक्षा दसवीं की 2206 तथा कक्षा बारहवीं की 2220 बालिकाओं को यह पुरस्कार मिला था। इस बार यह संख्या बढऩे की संभावना है। पुरस्कार वितरण समारोह में बालिकाओं को चेक प्रदान किए जाएंगे। यह चेक सभी नोडल केन्द्रों व ब्लॉक मुख्यालयों पर वितरित होंगे। बीते वर्ष कक्षा दसवीं के लिए पुरस्कार की राशि 67 लाख 38 हजार तथा कक्षा 12 वीं के लिए पुरस्कार की राशि 11 लाख 10 हजार थी। इस राशि के चेक बालिकाओं के नाम से आते हैं।
गार्गी पुरस्कार सहित बालिकाओं को मिलने वाले पुरस्कारों से राज्य की बेटियों को प्रोत्साहन मिलेगा। यूं तो सरकार प्रतिवर्ष बालिकाओं को कई पुरस्कार देकर उनका हौंसला अफजाई करती है, लेकिन गार्गी पुरस्कार छात्राओं के लिए बेहद ही खास है। समय-समय पर मिलने वाले पुरस्कारों से आगामी सालों में छात्राओं को और भी आगे बढऩे का हौसला मिलेगा। अलवर सहित प्रदेश के सभी राज्यों में प्रतिवर्ष गार्गी पुरस्कारों के लिए होड़ बढ़ती जा रही है। इसी माहौल को देखकर लगता है कि बेटियां अब बेटों से कम नहीं है।