जिला मुख्यालय पर स्थित शिक्षा विभाग के कार्यालयों में पांच बड़े कार्यालय हैं जिनमें मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी, सर्व शिक्षा अभियान, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक व प्राथमिक सहित डाइट कार्यालय हैं। इन सभी कार्यालयों में अभी तक बायोमेट्रिक पद्धति से उपस्थिति नहीं हो रही है। इसके चलते अधिकारी को कर्मचारी के समय पर आने या नहीं आने का ध्यान रखा जाता है।
इसी प्रकार जिले के सभी मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालयों में भी अभी तक बायोमेट्रिक मशीन नहीं लगी है जिससे कर्मचारी उस पर अंगूठे का इम्प्रेशन लगाकर उपस्थिति कर सके।
इस बारे में पंचायती राज शिक्षक संघ के अध्यक्ष मूलचंद गुर्जर कहते हैं कि अलवर जिले में शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में बायोमेट्रिक मशीनें क्रय की गई थी जिन्हें ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालयो में लगाने का प्रावधान था। इसी प्रकार जिला मुख्यालय के कार्यालयों में भी अभी तक बायोमेट्रिक पद्धति से उपस्थिति नहीं हो रही है। यदि जिला मुख्यलय पर बायोमेट्रिक पद्धति से उपस्थिति होती है तो इसका मैसेज पूरे जिले में जाता है।
कई कर्मचारी रहते हैं गायब- शिक्षा विभाग के कई कर्मचारी कार्यालय से गायब रहते हैं। यहां कई कर्मचारी देरी से आकर भी अपना निर्धारित समय भर देते हैं। यदि ये रजिस्टर की बजाए बायोमेट्रिक पद्धति से उपस्थिति करें तो इसमें होने
वाली अनियमितताओं में कमी आ सकती है। शिक्षक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मनोज यादव के अनुसार दो साल पहले डाइट को यह आदेश मिले थे कि शिक्षकों के प्रशिक्षण शिविर के लिए आई बायोमेट्रिक मशीनों को