ज्ञापन में बताया कि लक्ष्मणगढ़ संभाग की सबसे बड़ी तहसील थी। इसके राजनीतिक द्वेषता के कारण टुकड़े कर दिए गए। अब लक्ष्मणगढ़ तहसील का अस्तित्व समाप्त होने के कगार पर है। लक्ष्मणगढ़ जो पूर्व में एक विधानसभा हुआ करती थी। अब उसको समाप्त कर तीन विधानसभा क्षेत्रों में बाट दिया गया है।
कस्बा लक्ष्मणगढ़ का दुर्भाग्य है कि लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र को राजगढ़, कठूमर व रामगढ़ विधानसभा में विभाजित कर रखा है। इससे कि लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र का विकास अवरूद्ध है। लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र में कोई मुखिया नहीं है। इन विषम परिस्थितियों में लक्ष्मणगढ़ सारी मूलभूत सुविधाओं से पीछे है।
ऐसे में लक्ष्मणगढ़ का विकास होना सम्भव नहीं है। ज्ञापन में लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र को नए परिसीमन में अलग से लक्ष्मणगढ़ विधानसभा क्षेत्र बनाने की मांग की। इस दौरान प्रमोद बोहरा, बच्चू तिवारी, संजीव कटारा, संजय बुंदेला, अजीत चौधरी, श्री सार्वजनिक पुस्तकालय अध्यक्ष रवि शर्मा, सुभाष मीणा, एडवोकेट प्रहलाद चौधरी, राम सिंह नरुका, तूफान सिंह बना, ओमप्रकाश शर्मा, योगेश पटेल, आनन्द आर्य आदि लोग मौजूद रहे।