विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद अब प्रदेश में बनने वाली नई सरकार उसके संभावित मंत्रिमंडल को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। अलवर जिले से भाजपा के पांच विधायक चुने गए हैं, इनमें सबसे हॉट सीट पर जीतने वाले वाले महंत बालकनाथ मुख्यमंत्री की रेस शामिल है। वहीं पूर्व में मंत्री रह चुके डॉ. जसवंत यादव को भी मंत्री बनाए जाने की चर्चा है।
हालांकि अलवर जिले से नव गठित मंत्रिमंडल में एक या दो विधायकों को जगह मिलने की उम्मीद जताई जा रही है, लेकिन एक ही वर्ग से दो विधायकों को अलवर जिले से मंत्री पद दिए जाने को लेकर भी लोग संशय जता रहे हैं। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि एक विधायक को कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है, वहीं एक अन्य विधायक को भी राज्य मंत्री के रूप में जगह मिल सकती है।
इनमें अलवर शहर से दो बार जीत दर्ज कराने वाले संजय शर्मा, अनुभवी एवं अनुसूचित जाति वर्ग का प्रतिनिधित्व करने वाले कठूमर विधायक रमेश खींची एवं बानसूर से जीते देवीसिंह शेखावत भी कतार में हैं। इनमें खींची व देवीसिंह भाजपा से पहली बार विधायक चुने गए हैं, वहीं संजय शर्मा दूसरी बार विधायक बने हैं। इस कारण राजनीतिक पंडित संजय शर्मा को भी कतार में मान रहे हैं।