पुलिस ने इसके कब्जे से बाइक जब्त की थी। पुलिस ने अगले ही दिन न्यायलय में पेश किया जहां न्यायलय ने आरोपी को जेल भेज दिया। वहीं आरोपी की बाइक मॉडल 2010 को जब्त कर बाइक पर मुकदमा नम्बर दर्ज कर थाना परिसर के बाड़े में खड़ा कर दिया। इस बीच कोई अज्ञात चोर थाना परिसर से ही बाइक को चोरी कर ले गया।
ऐसे हुआ थाने से चोरी हुई बाइक का खुलासा पुलिस की ओर से मादक पदार्थ तस्कर से जब्त की गई बाइक की सुपुर्दगी के लिए बाइक मालिक रामनिवास निवासी इसरोटी हाल निवासी बख्तल की चौकी ने न्यायलय में प्रार्थन पत्र दिया। जिस पर न्यायलय ने 8 दिसबंर 2020 को पुलिस को बाइक की इंजन व चेचिस नम्बर की फोटोग्राफी कर न्यायलय में पेश करने और जब्त बाइक को छोडऩे के आदेश दिए थे। आदेश के कुछ दिन बाद बाइक मालिक अपनी बाइक को लेने थाने पहुंचा। माल खाना इंचार्ज ने बाइक छोडऩे की कार्रवाई के लिए बाड़े में जाकर बाइक को देखा तो बाइक नहीं मिली। जिस पर थाने के मालखाना इंचार्ज ने देवी सहाय ने 06 जनवरी 21 जप्तशुदा बाइकों के बाड़े में खड़ी बाइक की चोरी हो जाने का मामला दर्ज करवाया। पुलिस बाइक की तलाश में जुटी हुई है।
डीएसपी कर रहे मामले की जांच पुलिस थाने से जब्त शुदा बाइक के नहीं मिलने पर बाइक मालिक की शिकायत पर न्यायलय ने पुलिस की लापरवाही पर पुलिस आईजी और अलवर पुलिस अधीक्षक को लिखा। जिसकी जांच एसपी तेजस्विनी गौतम ने डीएसपी अशोक चौहान को दी है। डीएसपी अशोक चौहान मामले की जांच कर रहे हंै कि थाने से बाइक चोरी में किसकी लापरवाही रही है।
एसपी ने जांच मुझे दी है। थाने से बाइक लापता होने में किसकी लापरवाही रही है ओर कौन दोषी है। इसकी जांच जारी है। इस सम्बंध में थाने में भी मामला दर्ज कर लिया है।
-अशोक चौहान, डीएसपी।