हस्ताक्षर मैच नहीं करने की बात कही
दरअसल, सेवानिवृत्त अध्यापक बालकिशन गुप्ता ने 18 जून को बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक सहित तीन बैंकों से अपनी जमा पूंजी के कुल 2,20,000 रुपए निकाले। इसके बाद उन्होंने अपने पैसे सहित चश्मा, चेकबुक थैले में रख घर पहुंच गए। इसके तुरन्त बाद एक व्यक्ति उनके घर आया और उसने बालकिशन गुप्ता से कहा कि आपके ग्रामीण बैंक में हस्ताक्षर मेल नहीं खा रहे इसलिए आपको मेरे साथ बैंक चलना होगा। इसके बाद सेवानिवृत्त अध्यापक बालकिशन गुप्ता थैला घर छोड़कर उस वयक्ति के साथ बाइक पर बैठकर बैंक के लिए चल दिया।
एक और बैंक ग्राहक का बहाना बनाया
बीच रास्ते में उस बाइक चलाने वाले व्यक्ति ने कहा कि एक और बैंक ग्राहक के भी हस्ताक्षर नहीं मिले मै उसे भी लेकर आता हूं। यह कहकर सेवानिवृत्त अध्यापक को गोला कुआं पर उतार कर चला गया। जब बालकिशन गुप्ता बैंक पहुंचा तो बैंक वालों ने कोई आदमी बैंक से नहीं भेजाना बताया और ठगी का अंदेशा जताया।
फिर से अकेले घर आया था बाइक सवार
इसके बाद बालकिशन जल्दी से अपने घर पंहुचा तो पता चला कि उसकी पत्नी रामदुलारी देवी ने उस बाइक वाले व्यक्ति को थैला दे दिया। क्योंकि उस बाइक वाले ने वापस आकर कहा था कि थैला आपने (सेवानिवृत्त अध्यापक बालकिशन गुप्ता) ने मंगाया है। इस तरह एक ठग पैसे लेकर फुर्र हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और ठग की तलाश कर रही है।