वही महात्मा गांधी की 150वीं जयंती
नैनी जेल में बंद 10 कैदियों के लिए बेहद खास रही। जिन्हें लंबे इंतजार के बाद रिहा किया गया। इन कैदियों की जमानत एक स्थानीय संस्था ने ली। जिसके बाद इन्हें जेल से रिहाई दे दी गई। इस दौरान नैनी जेल में जिले के आला अधिकारी मौजूद रहे। जेल अधीक्षक सहित जेल के कर्मचारियों ने महात्मा गांधी को श्रधांजली अर्पित की ।
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जन्मदिन विशेष: तब इलाहाबाद में खो गए थे शास्त्री, दर्ज हुई थी शिकायत जेल अधीक्षक एचबी सिंह ने बताया कि यह 10 बंदी लंबे समय से सजायाफ्ता थे। इन पर लड़ाई चोरी मारपीट जैसे मामले दर्ज थे। उन्होंने कहा कि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद खराब थी। साथ ही इन पर गंभीर आरोप नहीं थे। जेल में इनके आचरण को देखते हुए और इनके द्वारा किए गए व्यवहार को ध्यान में रखते हुए जेल प्रशासन ने शासन को इनकी रिहाई के लिए पत्र भेजा था। जिस पर शासन की मुहर लगने के बाद में रिहा किया गया।
जेल अधीक्षक एचबी सिंह के मुताबिक रिहा किए जाने वाले पिंटू उर्फ श्रीकांत पटेल, शालू बाल्मीकि, मोहम्मद शमीम ,बबुआ ,राजू उर्फ आरिफ, जयंत सिंह, सागर बाल्मीकि, नौशाद खान, राजा और मुन्ना यादव शामिल है। इस दौरन इन बंदियों के परिजन भी जेल पंहुचे जिनकी ख़ुशी का ठिकाना नही रहा । इन बंदियों की रिहाई से पूर्व सभी जरुरी कागजात तैयार किये गये और इन्हें आज़ाद किया गया। इस दौरान अधीक्षक सिंह ने इन दस बंदियों को इनके नए जीवन की शुरुवात की शुभकामनायें दी ।