इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में इनामी सुमित शुक्ला की गोली मारकर हत्या, दूसरा श्रीप्रकाश शुक्ला कहा जाता था
प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में शुरू हुई अदावत अब जानलेवा हो गई है। बुधवार आधी रात 25 हजार के इनामी छात्र नेता अच्युतानंद शुक्ला उर्फ सुमित शुक्ला की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसके बाद यूनिवर्सिटी सहित पूरे शहर में तनाव का माहौल बन गया।
बता दें कि बुधवार की देर रात विश्वविद्यालय के पीसी बनर्जी छात्रावास (पीसीबी) में पार्टी चल रही थी। इसी दौरान सुमित को गोली मारी गई। गोली लगने के बाद सुमित को आनन—फानन में स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां करीब रात दो बजे उसकी मौत हो गई। सुमित की हत्या की खबर सुनते ही उसके समर्थकों का हुजूम देर रात एसआरएन पंहुचना शुरू हो गया। छात्र नेता से जुड़े मामले को देखते हुए पुलिस प्रशासन सतर्क हो गई और कई थानों की फोर्स तैनात कर दी गई।
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी का छात्र नेता अच्युतानंद शुक्ला उर्फ़ सुमित शुक्ला इलाहाबाद विश्वविद्यालय का पूर्व छात्र नेता रहा है। पांच सालों से छात्रसंघ चुनाव में उसने अपना दबदबा बना रखा था। सुमित 2012 के छात्रसंघ चुनाव में उपाध्यक्ष पद का प्रत्याशी था। उसने जेल से छात्रसंघ का चुनाव लड़ा हालाकि उसकी हार हो गई थी। हालिया छात्रसंघ चुनाव के दौरान पुलिस ने सुमित पर 25,000 रुपए का इनाम घोषित किया था। इसके बाद से सुमित फरार था।
पुलिस खोज रही हत्या का कारण सुमित शुक्ला को गोली क्यों मारी यह अभी साफ नहीं हो सका है। बता दें कि छात्रसंघ चुनाव के नामांकन के दिन गोलीबारी की घटना के बाद प्रशासन ने सुमित शुक्ला, अभिषेक सिंह माइकल, अभिषेक सिंह सोनू, आकाश सिंह और अजीत यादव पर इनाम घोषित किया था। बीते दिनों अभिषेक सिंह माइकल की लखनऊ से गिरफ्तारी हुई थी वह जेल में है और अन्य नेता फरार हैं।
सुमित के गर्दन में लगी गोली सूत्रों के मुताबिक पुलिस अभी इस बात की जांच में लगी है कि सुमित को गोली किसने मारी। शुरुआती जांच के मुताबिक इलाहाबाद विश्वविद्यालय से जुड़े एक महाविद्यालय के छात्र नेता ने सुमित पर फायरिंग की है। बताया जा रहा है कि इस छात्र नेता को चुनाव के दौरान सुमित ने बहुत सपोर्ट किया था। बताया जा रहा है कि छात्रावास में चल रही पार्टी में वह छात्रनेता भी शामिल था। जैसे ही सुमित पार्टी में पहुंचा उसने हमेशा की तरह सुमित के पैर छुए और इसके बाद गोली मार दी। गोली गर्दन में लगी थी।
सुमित ने कचेहरी में मार दी थी गोली बता दें कि सुमित गोंडा का रहने वाला था। जानकारी के अनुसार सुमित के पिता शिक्षक हैं। सुमित के खिलाफ दर्जनभर से ज्यादा मामले दर्ज थे। सुमित में भरी कचहरी में पुलिस वाले को गोली मार दी थी। जिसके बाद सुमित शुक्ला सुर्खियों में आया था। सुमित के खिलाफ हत्या के प्रयास अपहरण जैसे कई संगीन मामलों में मुकदमा दर्ज था। बता दें की सुमित शुक्ला की तुलना माफिया डॉन रहे श्री प्रकाश शुक्ला से की जाती थी।
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