इसे भी पढ़ें- पैन कार्ड को आधार से लिंक नहीं किया तो, लगेगा 10,000 जुर्माना, ये है आसान तरीका
गंगा एक्सप्रेसवे को रास्ते में पड़ने वाले हाइवे और महत्वपूर्ण रास्तों से जोड़ने से उसपर जाना तो आसान होगा ही वहां के लोगों और स्थानीय बाजार व उद्योगों को भी इससे बड़ा लाभ होगा। आवागमन में लगने वाला समय बचेगा। एक्सप्रेसवे की शुरुआत मेरठ में मेरठ-बुलंदशहर (नेशनल हाइवे 334) (Meerut-Bulandshahar NH 334) से होगी और यह प्रयागराज तक जाएगा। रास्ते में इंटरचेंज के जरिये हापुड़-गढ़मुक्तेश्वर (एनएच- 24) (Hapur-GarhMukteshwar NH 24) से जुड़ेगा। मेरठ में इसकी लंबाई 15 किमी होगी। इसके बाद पड़ने वाले संभल- में बबराला-चंदौसी (एनएच- 509) (Babrala-Chandausi NH 509) से भी इसपर जाना आसान बनाया जाएगा। उन्नाव में गंगा एक्सप्रेसवे लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे (Lucknow-Agra Expressway) के करीब से गुजरेगा।इसे भी पढ़ें- LPG गैस सिलंडर सीधे एजेंसी से लाइये इतने रुपये बचाइये
लखनऊ-कानपुर नेशनल हाइवे 27 (Lucknow-Kanpur NH 27) से उतरने के लिये यहां भी इंटरचेंज बनाने की तैयारी है। उन्नाव में एक्सप्रेसवे 105 किमी लंबा होगा। यानि सबसे बड़ा इस्तेमाल का केन्द्र यहीं होगा। इसी तरह एक्सप्रेसवे रायबरेली में लालगंज-रायबरेली (एनएच- 27) पर व रायबरेली-ऊंचाहार (एनएच- 30) (Raebareli-Unchahar NH 30) से जोड़ने के लिये दो इंटरचेंज बनेंगे। आखिरी छोर पर यह प्रयागराज बाइपास से मिलेगा जो नेशनल हाइवे 19 से जुड़़ा है।
इसे भी पढ़ें- हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट ऑनलाइन बुकिंग ऐसे करें, ये रहे आसान स्टेप
इसके अलावा एक्स्प्रेसवे से स्टेट हाइवे और जिलों की सड़कें भी कई जगह जरूरत के अनुसार जुड़ेगी। बुलंदशहर- गढ़मुक्तेश्वर (राज्य मार्ग- 65), चंदौसी- बदायूं (राज्य मार्ग- 125), बदायूं- बरेली (राज्य मार्ग- 33), फर्रुखाबाद- शाहजहांपुर (राज्य मार्ग- 29), बिलग्राम-सांडी ( राज्य मार्ग- 138), कन्नौज-हरदोई (राज्य मार्ग- 21) इससे जुड़ेगे। इसी तरह हसनपुर-अनूपशहर प्रमुख जिला मार्ग- 162 और अनूपशहर-मुरादाबाद जिला मार्ग भी इससे जुड़ेगा। सीएम योगी आदित्यनाथ पहले ही कह चुके हैं कि गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ से लेकर पूर्वांचल तक तरक्की के रास्ते खोलेगा।