जानकारी के अनुसार केन्द्र सरकार ने फैकल्टी डेवलपमेंट सेंटर स्थापना के लिए 4.25 करोड़ और शैक्षिक गतिविधियों के शुरुवात के लिए 9.10 करोड़ वार्षिक धनराशि स्वीकृत किया गया है। फैकल्टी डेवलपमेंट सेंटर के इस ग्यारवें प्रोजेक्ट एप्रूवल बोर्ड पीएबी में पहली बार किसी महाविद्यालय को स्थान मिला है। इश्वर शरण डिग्री कालेज के प्रचार्य आनंद शंकर सिंह ने बाताया की देश भर में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से सम्बद्ध ईश्वर शरण डिग्री कालेज और दिल्ली विश्वविद्धालय के हंसराज कालेज को शामिल किया है ।
उन्होंने बताया की एफडीसी केंद्र के प्रोजेक्ट एप्रूवल बोर्ड पीएबी में करीब दस मंत्रालयों के प्रतिनिधि शामिल थे। बता दें की एफडीसी के जरिये शिक्षा की उन्नति और शैक्षिक उत्थान के लिए काम करेगा जिसके माध्यम से उच्च शिक्षा से जुड़े शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण के अलग अलग कार्यक्रम आयोजित करेगा। उन्होंने बताया की स्थापित किये जा रहे केंद्र में रिएंटेशन प्रोग्राम प्रेन्योरशिप प्रोग्राम शार्ट टर्म ट्रेनिंग प्रोग्राम एजूकेशनल लीडरशिप प्रोग्राम कराये जायेंगे ।
एफडीसी केन्द्र के अन्तर्गत देेेश और दुनिया के अलग अलग विश्वविद्यालय सहित अन्य शैक्षिक संस्थाओं से फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम एवं शोध अध्ययन को आगे बढ़ाएगा। जिसके लिए केंद्र समय समय पर राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित किये जायेंगे। साथ ही केंद्र द्वारा शिक्षकों को दिए जाने वाले प्रशिक्षण के कार्यक्रमों को एपीआइ अंक भी मिलेंगे । जो यूजीसी द्वारा संचालित ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट केन्द्रों से दिए जाने वाले प्रमाण पत्रों पर होंगे।
वही ईश्वर शरण के प्रचार्य ने प्रदेश के सभी महाविद्यालयों और शिक्षण संस्थानों से सहयोग की अपील कि है । उन्होंने कहा कि ईश्वर शरण में शुरू हो रहे केन्द्र से आप रिसोर्स पर्सन या किसी भी अन्य तरह का प्रकार कअकादमिक और प्रशासनिक सहयोग देकर इसके लक्ष्य को साकार करें । कहा की यह पुरे प्रदेश के लिए एक महत्वपूर्ण आकादिक अभियान है।बताया कि ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज में छह हजार स्नातक और परास्नातक छात्र.छात्राएं है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया की इसकी स्थापना 1933 34 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अस्पृश्यता आंदोलन से प्रभावित होकर की गई थी। बताया की इस संस्था में महत्मा गांधी बिनोवा से लेकर सुश्री निर्मला देश पाण्डेय तक जैसी महान विभूतियाँ आती रही है ।