संगम नगरी में दशहरा उत्सव के साथ मनाया जाता है। शहर के अलग-अलग हिस्सों में दशहरे की झांकियां जिस दिन प्रदर्शित होती है उस दिन सभी स्कूल कॉलेज और आस-पास के प्रतिष्ठान संस्थान बंद होते हैं। लोग पूरी उत्साह के साथ इस उत्सव में हिस्सा लेते हैं। लेकिन सरकार के व्हीकल एक्ट के चलते व्यापारियों ने बीती देर रात एक लंबी बैठक के बाद सरकार के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए 300 बरस में पहली बार सिविल लाइंस में दशहरे की झांकी ना निकालने का बड़ा निर्णय लिया है। जिसके बाद से राजनीतिक दलों सहित स्थानीय लोग भी अपनी नाराजगी सरकार के प्रति जाहिर कर रहे है।
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प्रशासनिक उत्पीड़न का आरोप
दरअसल प्रशासनिक उत्पीड़न से परेशान सिविल लाइंस के व्यापार मंडल ने सिविल लाइंस का राम दल्ला निकालने की घोषणा की है।दशहरे के मद्देनजर सिविल लाइंस के आसपास की सड़कों पर जो लाइटिंग और सजावट की गई थी उसे भी निकाल दिया गया है और व्यापारियों ने रामदल निकालने पर साफ तौर से मना कर दिया है। वरिष्ठ अधिवक्ता और सिविल लाइंस राम दल समिति के संयोजक विनोद चंद दुबे ने कहा कि सिविल लाइंस या शहर के अलग.अलग हिस्सों में लगने वाला मेला पर निकलने वाला रामदल व्यापारियों के सहयोग से पूरा होता है उन्होंने कहा कि सरकार के नियमों के चलते लगातार हो रहे उत्पीड़न से कारोबारी आर्थिक रूप से परेशान है उन्होंने किसी भी तरह का सहयोग करने से मना कर दिया मेला कमेटी ने फैसला किया है कि सिविल लाइंस के राम दल शामिल होंगे और राम दल इस बार निकलेगा।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से लगाई थी गुहार
बता दें कि नए व्हीकल एक्ट के तहत सिविल लाइंस एरिया में दुकानों के बाहर पार्किंग की व्यवस्था को लेकर व्यापारी नाराज है।दुकानों के बाहर आने वाले ग्राहकों की गाड़ियों का तत्काल चालान किया जा रहा है। जिससे परेशान होकर ग्राहक दुकानों पर नहीं आ रहे। इस मामले को लेकर बीते दिनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और स्थानीय सांसद देवी पटेल से भी व्यापार मंडल के लोग मिले थे। जिसके बाद भी किसी भी तरह की राहत व्यापारियों को नहीं मिली है। जिससे नाराज होकर व्यापारियों ने 300 बरस पुरानी परंपरा के निर्वहन न करने का निर्णय लिया है।
अल्लापुर के बाद निकलता है रामदल
बता दें कि प्रयागराज के दशहरा की परंपरा में शहर के अल्लापुर के दशहरे के बाद सिविल लाइंस का नंबर आता है,और षष्ठी के दिन सिविल लाइंस का रामदल निकलता है।जिसको लेकर भव्य तैयारियां होती है। इसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। लेकिन व्यापारियों के उत्पीड़न के चलते उनके बिना सहयोग के रामदल नहीं निकाला जा रहा है।
यह है रामराज्य का सच
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता बाबा अभय अवस्थी ने कहा कि ये योगी सरकार का रामराज्य है ।जब भगवान राम की ही शोभायात्रा नहीं निकल रही है। उन्होंने कहा कि इस तरह के निर्णय जो जनता के लिए जाते हैं । उस निर्णय से जनता ही परेशान हो तो सरकार का निर्णय जनहित में नहीं कहा जा सकता ।उन्होंने कहा कि सभी कानूनों का सख्ती से पालन होना चाहिए ।लेकिन जो कानून जनता के लिए बनाए गए हैं और वही उससे परेशान हैं ऐसे कानून को सिर्फ उत्पीड़न कहा जा सकता है।