जानकारी के मुताबिक विवि के प्रो जगदंबा सिंह की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने मंगलवार को श्यामा प्रसाद मुखर्जी डिग्री कॉलेज, र्इ्श्वर शरण डिग्री कॉलेज, जगत तारण डिग्री कॉलेज और चौधरी महादेव प्रसाद डिग्री कॉलेज का दौरा किया। मंगलवार को छह कॉलेजों का दौरा होना था लेकिन श्याम प्रसाद और सीएमपी में कमेटी को ज्यादा वक्त लग गया। बुधवार को बाकी कालेजों में दौरा किया जायेगा।
विवि ने तय किए हैं कुछ मानक विवि ने कॉलेजों में शोध प्रक्रिया शुरू करने के लिए कुछ मानक तय किए हैं। जिसके अनुसार पीएचडी कोर्स प्रारम्भ होगा। जिनमें सबसे प्रमुख कालेज में आधारभूत संरचना होना है। कमेटी ने मंगलवार को दौरे में प्रमुखता से विवि से जुड़े कालेजों की लाइब्रेरी कितनी समृद्ध है, कॉलेजों में काम करने की दशा। कॉलेज के कांमन रूम, स्टाफ रूम और कार्यालय की स्थिति वैसी है तथा शोधपत्रों और शोध आलेखों को लेकर कॉलेज के शिक्षक कितने गंभीर हैं आदि देखी। कमेटी के चेयरमैन जगदंबा सिंह ने बताया, यूजीसी द्वारा निर्धारित मानकों को ही हम आधार बनाएंगे। कॉलेजों में शोध प्रक्रिया तय मानक पर ही शुरू होगी।
क्रेट के अंकों के आधार पर होगा प्रवेश इलाहाबाद विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो रतन लाल हांगलू की योजनाओं में कॉलेजों में पीएचडी की शुरूआत इसी सत्र में हो सकती है। अभी तक विवि के विभागों ही पीएचडी पाठयक्रम में चयनित किये जाते थे। अब कालेजों में भी छात्र-छात्राएं यूजीसी के मानकों के अनुसार शोध में प्रवेश ले सकेंगे। इसके लिए विवि द्वारा आयोजित क्रेट परीक्षा में प्राप्त अंकों को परीक्षा का आधार बनाया जायेगा। जिस प्रकार विवि के यूजीएटी और पीजीएटी के टेस्ट की मेरिट के आधार पर स्नातक और परास्नातक कक्षाओं में प्रवेश होता है उसी प्रकार क्रेट में भी शामिल विभिन्न विषयों के छात्र रिसर्च के लिए दाखिला ले सकेंगे।