तिथि मांगने पर कोर्ट जताई थी नाराजगी मामले में सीबीआई की ओर से पेश हुए अधिवक्ता संजय कुमार यादव ने कोर्ट को बताया कि इस केस में बहस के लिए विशेष अधिवक्ता नियुक्त किए गए हैं, जिन्हें दिल्ली से आना है। इसलिए कोई तिथि तय की जाए। कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए सात सितंबर की तिथि निर्धारित की थी। वहीं याची की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता गोपाल स्वरूप चतुर्वेदी ने आपत्ति जताई। कोर्ट ने यह भी कहा है कि सुनवाई टलते रहना ठीक बात नहीं है। आज सीबीआई की तरह से नए अधिवक्ता पेस होकर पक्ष रखेंगे।
जेल में बंद है तीनों अभियुक्त अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरि पिछले साल 20 सितंबर की शाम अल्लापुर स्थित श्रीमठ बाघम्बरी गद्दी के अतिथि कक्ष में मृत मिले थे। उनका शव पंखे में रस्सी के फंदे से लटका मिला था। सेवादारों ने धक्का देकर दरवाजा खोलने के बाद रस्सी काटकर उनका शरीर फंदे से उतारा था।
मौके पर मिला था सुसाइड नोट उस समय तत्कालीन आईजी केपी सिंह और सम्बन्धित थाने की पुलिस को कमरे में कई पन्ने का सुसाइड नोट मिला था जिसमें नरेंद्र गिरि ने अपनी मौत के लिए पुराने शिष्य आनंद गिरि, मंदिर के पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी तथा उसके बेटे संदीप तिवारी को दोषी ठहराया था। आत्महत्या करने के लिए आनंद द्वारा तैयार किसी वीडियो का जिक्र किया था। इसके बाद से आनंद गिरि समेत तीनों आरोपी जेल में बंद है।