दो साल पहले हुई थी प्रधान आबिद के बहन की मौत
दो साल पहले 25 सितंबर को मरियाडीह में एक गाड़ी पर ताबड़तोड़ फायरिंग हुई थी, जिसमें प्रधान आबिद की बहन अलकमा और ड्राइवर जितेंद्र पटेल की मौके पर मौत हो गई थी। इस दोहरे हत्याकांड में आबिद प्रधान की ओर से पांच लोगों को नामजद किया गया था। बाद में विवेचना के दौरान पुलिस ने इस हत्याकांड को ऑनर किलिंग मानते हुए नामजद लोगों के स्थान पर आबिद प्रधान सहित 14 लोगों को नामजद किया था। इस हत्याकांड में अतीक और उनके भाई अशरफ को हत्या के षड्यंत्र में शामिल किया गया था।
मामले में जुल्फिकार उर्फ तोता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। वहीं सीजेएम अदालत ने ऑनर किलिंग में शामिल आबिद प्रधान, अकरम, ऐजाज सहित 12 के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिए हैं। ये आरोपी फरार चल रहे हैं। इनको गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने दबिश दी, लेकिन नहीं मिले थे। इस आदेश के बाद अब पुलिस की ओर से इन सभी पर इनाम घोषित कराने की कार्रवाई की जाएगी।
मरियाडीह के अलकमा-जितेंद्र दोहरे हत्याकांड में पुलिस ने जुल्फिकार उर्फ तोता को पुलिस रिमांड पर लेने के लिए थाना धूमनगंज पुलिस ने अदालत में अर्जी लगाई है। जिस पर अगले सप्ताह सुनवाई होगी। पुलिस का कहना है कि तोता का रिमांड मिलने पर उससे इस हत्याकांड से जुड़ी कई अहम जानकारियां जुटाई जाएंगी।