इससे पहले अतीक का काफिला देर रात राजस्थान के डाबी थाना बूंदी में रोका गया था। जहां वह वैन से नीचे उतरा। इसके बाद जब वह वैन में सवार हुआ तो मीडिया से बात की।कहा, ‘साबरमती जेल में मुझे बहुत परेशान किया जा रहा है। हमारा परिवार तो पूरी तरह बर्बाद हो गया, माफियागिरी तो पहले ही खत्म हो गयी थी। उमेश पाल की हत्या हम कैसे कर सकते हैं। हम तो जेल में बंद थे। सरकार ने कहा कि मिट्टी में मिला देंगे, मिट्टी में मिलाने के बाद रगडें जा रहे हैं।”
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अतीक का सताने लगा है डरअतीक को पहले लाने वाली पुलिस टीम ही इस बार भी भेजी गई है। पुलिस की टीम में प्रभारी निरीक्षक और 30 कॉन्स्टेबल मौजूद हैं। इसके अलावा एक जीप और दो बंदी रक्षक वाहन है। अतीक अहमद को प्रयागराज पुलिस उमेश पाल हत्याकांड में अब आरोपी बना चुकी है।जेल से बाहर आते ही अतीक को फिर से एनकाउंटर का डर सताने लगा है। उसने मंगलवार को मीडिया से कहा था कि ये मुझे मारना चाहते हैं।
प्रयागराज में 24 फरवरी को दिनदहाड़े राजूपाल हत्याकांड में गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल जब अपने घर जा रहे थे, तब गली के बाहर कार से निकलते ही शूटरों ने फायरिंग कर दी थी। इस दौरान बम भी फेंके गए थे। इस हमले में उमेश पाल और उनके दो गनर्स की मौत हो गई थी। उमेश पाल की पत्नी ने इस मामले में अतीक, उसके भाई अशरफ समेत 9 लोगों पर मामला दर्ज कराया है।