अखिलेश यादव की सरकार में प्रतापगढ़ के रहने वाले शायर और मौजूदा समय में कांग्रेस के एमपी इमरान प्रतापगढ़ी को यश भारती सम्मान मिला था। इसके बाद मई, 2016 में रानीगंज में उनके स्वागत में एक कार्यक्रम किया गया था। इस कार्यक्रम में उस वक्त के मंत्री कमाल अख्तर और पूर्व सांसद अतीक अहमद भी पहुंचे थे।
”खाना कम कर देना लेकिन बच्चों को पढ़ाना”
इसके बाद अतीक ने मुसलमानों की ओर इशारा करते हुए कहा, “आपसे बस एक दरख्वास्त करूंगा कि एक वक्त खाना छोड़ देना लेकिन अपने बच्चों को पढ़ा देना। ये तालीम ही है कि इमरान प्रतापगढ़ी का आज हम सब मंच पर स्वागत कर रहे हैं। तालीम ही वो नेमत है जो आपको जिंदगी में सम्मान दिलाती है। पढ़ने लिखने के बाद आप मजदूरी भी करकते हैं तो उसमें भी कुछ अलग बात होती है।”
मुझे ना पढ़ पाने की कमी बहुत खलती है: अतीक
अतीक ने इसके बाद कहा, “मुझे ऊपरवाले का लाख-लाख शुक्र है कि उसने इज्जत और शोहरत दी। मेरी लाठी में भी ताकत दी। इसके बाद भी अगर मुझे अपने अंदर कोई कमी महसूस होती है तो वो इल्म की कमी है। बहुत सी जगह कमतरी का शिकार हो जाता हूं। इसलिए चाहता हूं कि जो कमजोरी मुझे महसूस होती है वो कभी आपके बच्चों को महसूस ना हो।”
जब अतीक अहमद ने बताई वो 2 वजह, जिनके चलते इतने सालों तक जीतता रहा इलेक्शन
फिलहाल जेल में बंद है अतीक अहमद
फूलपुर का पूर्व सांसद अतीक अहमद इस समय अहमदाबाद की साबरमती जेल में बंद है। 2018 में देवरिया जेल में बुलाकर एक कारोबारी के साथ मारपीट के बाद अतीक को गुजरात शिफ्ट कर दिया दिया गया था।
तस्वीरें- मकान की नींव में निकले 161 साल पुराने एक-एक रुपए के 250 सिक्के, चलते नहीं लेकिन बना सकते हैं करोड़पति
अतीक अहमद के खिलाफ 100 से ज्यादा मुकदमें चल रहे हैं। जिसमें हत्या, रंगदारी जैसे गंभीर केस भी हैं। अतीक का भाई अशरफ भी इस समय जेल में है। दोनों का ही नाम उमेश पाल हत्याकांड में भी आया है।