इसी क्रम में कौशाम्बी प्रचार करने पहुंची अपना दल एस की प्रमुख अनुप्रिया पटेल ने अपना दल के और समाजवादी गठबंधन से सिराथू विधानसभा की प्रत्याशी बड़ी बहन पल्लवी पटेल पर जमकर निशाना साधा। अनुप्रिया ने कहा कि पिता सोनेलाल पटेल के सिद्धांतों पर नहीं चल रहीं है पल्लवी पटेल। उन्होंने ने कहा कि मां के खिलाफ मेरी पार्टी चुनाव नहीं लड़ेगी। मैं माता-पिता की बदौलत ही हूं। पल्लवी मेरी बड़ी बहन है। पिता सोनेलाल के सिद्धांतों की ‘ऐसी की तैसी कर दी है। अब विधानसभा चुनाव में अपना दल एस पल्लवी को सबक सिखाने का काम करेगी।
मां के खिलाफ नहीं लड़ेंगी चुनाव, बहन के खिलाफ खड़ी हूँ अपना दल एस की प्रमुख अनुप्रिया पटेल ने मां को लेकर एक बार मंच से यह स्पष्ट कर दिया है कि आज जो कुछ भी हूं माता और पिता की देन है। अनुप्रिया ने कहा कि मैं मां के खिलाफ पार्टी चुनाव नहीं लड़ेगी। उन्होंने ने कहा कि पल्लवी मेरी बड़ी बहन है। एनडीए गठबंधन के खिलाफ पल्लवी खड़ी हैं। मैं उनके खिलाफ चुनाव लड़ रही हूं। बहन के खिलाफ चुनाव भी जीतूंगी और सबक भी सिखाऊंगी।
पिता के सपनों को करेंगी पूरा अनुप्रिया पटेल ने कहा कि पिता के संघर्षों को आगे लेकर जाना है। इसीलिए यह कसम खाई है कि पिता के हर सपनों को पूरा करूंगी। यूपी की जनता मुझपर भरोसा करके नेता बनाया है इसीलिए उनका भरोसा खभी नहीं तोड़ूंगी। अनुप्रिया आज जहां भी है वह जानता के भरोसे पर पहुंची है।
खत्म नहीं होगा पिता का संघर्ष अनुप्रिया ने कहा कि डॉ सोनेलाल पटेल का संघर्ष को खत्म नहीं होने दिया जाएगा। किसी दूसरे दल के नेता के पैरों के नीचे रखने वाली बेटी का चुनाव करना है या सोनेलाल पटेल के विचारों को आगे बढ़ाने वाली बेटी को चुनना है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय, नवोदय विद्यालय में पिछड़ों के बच्चों को जो एडमिशन मिल रहा है उसे अपना दल ने लागू कराया।
समाजवादी पर साधा निशाना समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए अनुप्रिया पटेल ने कहा कि सपा पिछड़ों की नुमाइंदगी करने ढोंग करती है। यह मेरा दुर्भाग्य है कि मेरी बड़ी बहन सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। सोनेलाल पटेल अपने सम्मान के साथ समझौता नहीं किया। पल्लवी को पिता की विचारधाओं से कोई लेना देना नहीं हैं। इसीलिए समाजवादी पार्टी के साथ खड़ी है। समाजवादी पार्टी अपना दल के लिए आंख की किरकिरी है।
बड़ी बहन बन गई है कोहरा अनुप्रिया ने कहा कि मेरी बड़ी बहन अब मोहरा बन गई हैं। पिता की सारी संपत्ति को अपने नाम पर वसीयत करा ली। जब वह आपके पास आएं तो पूछ लीजिए। 2014 में मेरी बहन ने झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया, ताकि सदस्यता रद्द हो जाए। जो परिवार में बिखराव करा रहीं वो आपकी रक्षा क्या करेंगी। 27 को ईवीएम की बटन दबाने से पहले सोच लीजिएगा कि केशव नहीं, अनुप्रिया पटेल चुनाव लड़ रही हैं।