दरअसल अकबर, अतीक का खास आदमी था। पुलिस ने बताया कि अकबर प्रयागराज के पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र स्थित मरियाडीह गांव में रहता था। कुछ महीने पहले ही उसके घर को प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने जेसीबी लगाकर गिरा दिया था। अकबर की तबियत कई दिनों से खराब थी। बाद में वह कोरोना संक्रमित भी हो गया था। जिसके बाद घर वालों ने उसे सिविल लाइंस स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। गुरुवार सुबह उसकी मौत हो गई। इसके बाद उसका शव गांव लाया गया और फिर सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
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सीबीआई ने शुरू की जांच
25 जनवरी 2005 को राजू पाल की धूमनगंज थाना क्षेत्र में गोली मारकर हत्या की गई थी। हत्याकांड के मुकदमे में पूर्व सांसद अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, अकबर समेत कई लोगों को आरोपी बनाया गया था। हालांकि मामले की जांच जब सीबीआई ने शुरू की तो अकबर को क्लीन चिट मिल गई थी। हालांकि सीओ सिविल लाइंस सुधीर कुमार का कहना है कि अकबर भू-माफिया के साथ ही शातिर अपराधी भी था।