योगेंद्र यादव ने कहा कि बिल के पास होने के पहले तक हम सब एक धर्मनिरपेक्ष भारत में रहते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं कहा जा सकता। अब देश का कानून कह रहा है कि अगर आप मुसलमान हैं तो इस देश के दरवाजे आपके लिए बंद हैं और अगर हिंदू, बौद्ध, जैन, पारसी, ईसाई हैं और नियम विरुद्ध भी यहां आते हैं, तो ये देश आपका घर है। आजाद देश में पहली बार नागरिकता को धर्म से जोड़ा जा रहा है।
इस दौरान सोशल एक्टिविस्ट डॉ. कफील खान ने कहा कि नागरिकता संशोधन बिल के जरिए हमें डराने की कोशिश की जा रही है। लेकिन हम डरेंगे नहीं। ये बिल असंवैधानिक है। इसके खिलाफ आप छात्रों को मिलकर मशाल उठानी होगी। यह हमारा देश है और रहेगा। उन्होंने कहा कि जब में अलीगढ़ आ रहा था तो मुझे यहां आने से रोका गया। जब मैं जेल गया तो मुझे न्याय दिलाने के लिए एएमयू में भी आंदोलन हुआ। इसके बाद मैंने तय कर लिया था कि चाहे योगी जी कितना ही रोकें मैं आपके पास जरूर आउंगा। बता दें कि डॉ. कफील पर गोरखपुर के एक अस्पताल में बच्चों की मौत के बाद आरोप लगे थे। बाद में वे निर्दोष साबित हुए लेकिन अभी भी निलंबित चल रहे हैं।