दरअसल, अलीगढ़ के थाना हरदुआगंज इलाके की राॅयल होम्स कॉलोनी निवासी एक गर्भवती महिला की 14 मई को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। महिला की मौत के बाद उसके पति और ससुरालजनों ने खुदकुशी करने की बात कही थी। उधर, बेटी की मौत की सूचना मिलते ही मायके पक्ष के लोग मृतक बेटी की ससुराल पहुंच गए थे। उन्होंने पति और ससुरालियों पर बेटी की गला दबाकर हत्या करने का आरोप लगाया था। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला का शव 14 मई को पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। इसके बाद मृतका के मायके वालों की तहरीर पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज किया था।
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फिल्मों जैसी रोचक है नेपाल के कृष्णा की दास्तां, एक मां ने जन्म दिया तो दूसरी ने 27 साल तक पाला रिपोर्ट ओवर राइटिंग करके बदली गई वहीं, पोस्टमार्टम हाउस पर तैनात डॉ. कुमार सौरभ और डॉ. प्रवीण रंजन ने पोस्टमार्टम किया था। दोनों डॉक्टरों ने महिला की रिपोर्ट पोस्टमार्टम हाउस पर तैनात फार्मासिस्ट केपी शर्मा को सौंप दी थी। इसके सप्ताह भर बाद महिला के शव का पोस्टमार्टम करने वाले डॉ. कुमार सौरभ ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छेड़छाड़ करने की शिकायत एडी हेल्थ से की। डॉ. सौरभ ने कहा कि महिला की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ओवर राइटिंग करके बदली गई है। इसके बाद एडी हेल्थ में स्वास्थ्य विभाग सहित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के विशेष पैनल से पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुई छेड़छाड़ की जांच कराई गई।
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मुकीम काला गैंग के शार्प शूटर समेत चार को उम्रकैद एडी हेल्थ ने डॉक्टर समेत फार्मासिस्ट के खिलाफ निलंबित करने की संस्तुति की आरोप सही पाए जाने के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी नीरज त्यागी ने आरोपी डॉक्टर सहित फार्मासिस्ट के बयान दर्ज कर भेजने के निर्देश दिए। जांच अधिकारी एसीएमओ डॉ. खानचंद ने रिपोर्ट बदलने वाले लोगों पर बयान लिए। हालांकि उसके एक सप्ताह तक दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। अब एडी हेल्थ ने जांच रिपोर्ट तलब करते हुए डॉक्टर समेत फार्मासिस्ट के खिलाफ निलंबित करने की संस्तुति की है।