प्रो. मंसूर ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों के साहस, वीरता और इनके बलिदानों के कारण ही हम एक स्वतंत्रत राष्ट्र में सांस ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह देश शहीद भगत सिंह, अशफाक उल्लाह खान, खुदी राम बोस और चन्द्र शेखर आजाद के बलिदान को भी भुलाया नहीं सकता। प्रो. मंसूर ने कहा कि यह हमारे लिये गौरव और हर्ष का विषय है कि आजादी के बाद भारत ने शिक्षा, मूलभूत आधार, तकनीक, आर्थिक विकास, अंतरिक्ष अनवेषण के अलावा गरीबी उन्मूलन और खाद्य सुरक्षा के क्षेत्र में काफी उन्नति की है तथा लोकतांत्रिक संस्थानों को मजबूत बनाया है।
कुलपति ने बल देते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने ऐसे भारत का सपना देखा था जो बहुधार्मिक, बहुसांस्कृतिक, बहुभाषाई आदि हो। उन्होंने कहा कि अमुवि के संस्थापक सर सैयद अहमद खां का दृष्टिकोण ही धर्मनिर्पेक्षता और साम्प्रदायिक सौहार्द पर आधारित था जो भारत की मिली जुली संस्कृति का प्रतिनिधित्व करता है। सर सैयद पूर्ण रूप से एक देशभक्त और धर्मनिर्पेक्ष व्यक्ति थे जिन्होंने अपनी दूरदृष्टि से बहुत पहले ही यह महसूस कर लिया था कि भारत का भविष्य विभिन्न धर्मों के मध्य सौहार्द में ही छिपा है।
कुलपति ने कहा कि यह हमारे लिये संतोष का विषय है कि यह विश्वविद्यालय देश के उच्च शैक्षणिक संस्थानों की रैकिंग में उच्च स्थानों पर है। अमुवि को टाइम्स हायर एजूकेशन और इंडिया टुडे की रैकिंग में देश के पांच प्रमुख विश्वविद्यालयों में शामिल किया गया है, जबकि यूएस न्यूज एजूकेशन की रैकिंग में दूसरी सर्वश्रेष्ठ यूनिवर्सिटी घोषित किया गया है। प्रो. मंसूर ने कहा कि आज के दिन हमें इस बात का प्रण लेना चाहिये कि हम अमुवि को अपने परिश्रम, उच्च शिक्षण, प्रकाशन, पेटेंट और परिसर में आधुनिक बुनियादी ढांचे की मदद से और अधिक बुलंदियों तक ले जायेंगे। उन्होंने कहा कि अमुवि में सभी विभागों की उन्नति और बुनियादी सहूलियात के विस्तार के लिये निरंतर कार्य जारी है। पाठ्यक्रम को आधुनिक बनाया गया है। गत वर्ष 85 क्लासरूम को न्यू स्मार्ट क्लासरूम में परिवर्तित किया गया है तथा नये कॉलेज नर्सिंग, कॉलेज ऑफ पैरामेडिकल साइंसेज और इंस्टीटयूट ऑफ फार्मेसी का निर्माण कार्य भी जारी है। अगले शैक्षणिक सत्र में प्रारंभ होने की आशा है।
प्रो. मंसूर ने कहा कि शोधार्थियों के लिये अलग से हॉस्टल का निर्माण कार्य भी शीघ्र ही शुरू हो जायेगा। इसके साथ ही खिलाड़ियों और विदेशी छात्रों के लिये अलग छात्रावास के निर्माण में भी प्रगति हो रही है। बेगम अजीज-उन-निसा का दूसरा ब्लॉक अगले माह प्रारंभ हो जायेगा। उन्होंने शिक्षकों से आह्वान किया कि वह भारत सरकार द्वारा प्रारंभ किये गये विभिन्न कार्यक्रमों जैसे ज्ञान (जीआईएएन) तथा लीप (एलईएपी) के अलावा अ
लीग्स एकेडमिक इनरिचमेंट प्रोग्राम के सहयोग से अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के प्रमुख वैज्ञानिकों एवं विद्वानों के साथ मिलकर कार्य करें।
कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने कहा कि अमुवि ने प्रदेश में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया है। इसके अलावा विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों ने नेशनल हैल्थ मिशन, सेंट्रल वक्फ कौन्सिल और अन्य सरकारी संस्थानों और एजेंसियों से अनेक अहम प्रोजेक्ट हासिल किये हैं। प्रो. मंसूर ने कहा कि हमने मदरसा शिक्षा के आधुनिकरण के लिये सेंटर फॉर प्रमोशन ऑफ साइंस की दोबारा स्थापना की है और मौलाना आजाद एजूकेशन फाउन्डेशन ने शीघ्र प्रारंभ होने वाले पहले कार्यक्रम के लिये 25 लाख रूपये स्वीकृत किये हैं। इसके अलावा रिमोट सेंसिंग विभाग और कम्यूनिटी कॉलेज के लिये भी सेंट्रल वक्फ कौन्सिल और अल्पसंख्यक मंत्रालय की ओर से 5-5 करोड़ रूपये स्वीकृत किये गये हैं। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के जेएन मेडिकल कॉलेज के कार्डियक सर्जरी और स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग तथा बाल एवं शिशु रोग विभाग में विभिन्न परियोजनाओं के लिये नेशनल हेल्थ मिशन ने लगभग 62 करोड़ रुपया प्रदान किये हैं।
कुलपति ने कहा कि वह लोकतांत्रिक मूल्यों में पूरी तरह आस्था रखते हैं लेकिन कैम्पस में आपराधिक गतिविधियों की किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कानून व्यवस्था की पूरी तरह से रक्षा जायेगी। कुलपति ने विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रों को आश्वस्त किया कि उन्हें पूरी तरह सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने छात्रों से अपना पूरा ध्यान अपनी शिक्षा पर केन्द्रित करने के अलावा बेबुनियाद और गुमराह करने वाली अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील भी की।
कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन रजिस्ट्रार श्री अब्दुल हमीद आईपीएस ने किया। कार्यक्रम में सहकुलपति प्रो. अख्तर हसीब के अलावा बड़ी संख्या में यूनिवर्सिटी शिक्षक, छात्र, गैर शिक्षक कर्मी, महिलाऐं व बच्चे भी शामिल हुए। इस अवसर पर कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने अपनी पत्नी डाॅ. हमीदा तारिक, सहकुलपति प्रो. अख्तर हसीब और अब्दुल हमीद के साथ सर सैयद हाल साउथ के मैदान में पौधे लगाये। हॉल के पुनरुद्धार कार्य का लोकार्पण और यूनिवर्सिटी हेल्थ सर्विस में भर्ती रोगी छात्रों को फल वितरित किये।
इसके अलावा विश्वविद्यालय के समस्त कॉलेजों, स्कूलों एवं हालों सहित विश्वविद्यालय के मल्लापुरम, मुर्शिदाबाद एवं किशनगंज केन्द्रों पर भी स्वतंत्रता दिवस समारोह हर्षोउल्लाह के वातावरण में मनाया गया। जेएन मेडीकल कॉलेज में प्रोफेसर एससी शर्मा, डॉ. जेडए डेंटल काॅलेज में प्रोफेसर एनडी गुप्ता, इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रोफेसर एमएम सुफियान बेग अजमल खां तिब्बिया कॉलेज में प्रो. सऊद अली खान तथा वीमेन्स कॉलेज में प्रोफेसर नईमा गुलरेज ने ध्वजारोहण किया।