दरअसल अलीगढ़ के थाना गंगीरी इलाका स्थित गांव बढ़ारी बुजुर्ग निवासी करीब 55 वर्षीय नत्थू सिंह किसान रोज की तरह शुक्रवार सुबह करीब 9:00 बजे खेत पर गया था। नत्थू सिंह गांव के भोला, दुर्ग पाल व मुनेश के साथ चैन कुप्पी की मदद से फसल की सिंचाई के लिए लगी सबमर्शिबल पंप को कुएं से निकाल रहे थे। तभी कुएं की ढाय भरभरा कर ढह गई। मलबे में नत्थू सिंह दब गए। साथ में काम कर रहे ग्रामीणों ने शोर मचाकर अन्य लोगों को एकत्रित किया और मलबे को हटाने का प्रयास किया गया। इस बीच राहत कार्य में लगातार गिर रही मिट्टी बाधा बन गई।
यह भी पढ़ें– टाइगर रिजर्व में वृद्ध का शव मिलने से सनसनी घटना की सूचना पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को हुई तो मौके पर आला अधिकारी पहुंच गए और जेसीबी मशीन से खुदाई शुरू हो गई। इस घटना को अब तक करीब 28 घंटे बीत चुके हैं। बावजूद उसके प्रशासनिक मशीनरी किसान का अब तक कुछ भी पता नहीं लगा सकी है। ग्रामीणों के मुताबिक नत्थू सिंह की बेटी की भी 27 फरवरी को शादी है। वहीं आरोप लगाया जा रहा है कि इतने वक्त से किसान को ना ढूंढने का कारण किसान के परिवार की गरीबी है। क्योंकि जेसीबी चलाने के लिए डीजल के पैसे परिवार से लिए जा रहे हैं और अब परिवार पैसे देने में भी असमर्थ नजर आ रहा है। जिसके चलते 3 जेसीबी में से दो बंद हो गई हैं। फिलहाल ग्रामीणों ने गड्ढे में उतर कर खुद ही मिट्टी की खुदाई शुरू कर दी है। अब देखने वाली बात यह होगी कि कब किसान को बाहर निकाला जा सकेगा।
इनपुट-अर्जुनदेव वार्ष्णेय