कार्रवाई के इसी क्रम में जहरीली शराब कांड के प्रमुख आरोपी अनिल चौधरी और इसके भाई समेत पत्नी और भाभी पर गोंडा थाने में एक और एफआईआर दर्ज कर की गई है। दरअसल अनिल चौधरी और उसकी पत्नी ममता देवी के अलावा अऩिल का भाई सुधीर कुमार और उसकी पत्नी संजू ग्राम पीजरी नागरी गोंडा रोड स्थित मैसर्स हरिओम आइस एण्ड कोल्ड स्टोरेज स्वामी हैं। यह काेल्ड स्टोरेज लाइसेंस का नवीनीकरण कराये बगैर ही संचालित हाे रहा था। इल तरह अवैध रूप से कोल्ड स्टोरेज में आलू का भंडारण किया गया। इसल पर जिला उघान अधिकारी ने थाना गोंडा थाने में एफआईआर दर्ज कराई है।
50 हजार के इनामी विपिन यादव का सहयोगी मुनीष शर्मा गिरफ्तार
शराब कांड में पुलिस ने 50 हजार के इनामी विपिन यादव के सहयोगी मुनिश शर्मा को भी गिरफ्तार कर लिया है। वह शराब कांड के मुकदमों में नामजद है। पिछले कई दिनों से पुलिस इसकी तलाश कर रही थी। इसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस की एक टीम ने राहत की सांस ली है। मुख्य आरोपी ऋषि शर्मा अभी फरार चल रहा है। इस पर भी 50 हजार का इनाम घोषित है।
पुलिस ने पकड़े गए 50 हजारी तस्कर विकास से हुई पूछताछ के बाद मिथाइल अल्कोहल बनाने वाली फैक्ट्री के संचालक विजेंद्र कपूर और उसके एकाउंटेंट काे भी गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए दोनों आराेपियाें से की गई पूछताछ के दाैरान फैक्ट्री भी सवालों के घेरे में आ गई है। लैब रिपाेर्ट में यह भी साफ हाे गया है कि जब्त किया गया लिक्विड मिथाइल अल्कोहल ही है।
पुलिस क्षेत्राधिकारी को भी हटाया गया शासन ने अलीगढ़ कांड के बाद शासन ने पुलिस क्षेत्राधिकारी गभाना काे भी हटा दिया गया। इनके स्थान पर सीओ यातायात देवी गुलाम को गभाना क्षेत्रा की जिम्मेदारी दी गई है। नियुक्ति के साथ ही उन्हे अपराधियों के विरुद्ध कार्यवाही जारी रखने और विवेचनात्मक पर्यवेक्षण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। अब तक इस पूरे प्रकरण में आठ सिपाहियों समेत तीन एसओ दो चौकी इंचार्ज और एक पुलिस क्षेत्राधिकारी पर गाज गिर चुकी है।
अखिलेश यादव ने बनाई जांच कमेटी ( akhilesh yadav )
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी शराब कांड की जांच के लिए एक कमेटी बनाई है। उन्हाेंने बताया कि अलीगढ़ जहरीली शराब कांड की पड़ताल के लिए आठ सदस्यों का एक दल बनाया गया है जो इस पूरे मामले की जांच करेगा। यह जांच दल दो जून को अलीगढ़ पहुंचेगा। जांच दल के सदस्य जहरीली शराब कांड से जिन लोगों की मौत हुई है उनके परिजनाें से बात करेंगे और अब तक हुई कुल मौतों की सही संख्या के बारे में भी पता लगाएंगे। इसके साथ ही इस पूरे प्रकरण की वजह और मौत के कारणों का भी पता लगाएंगे। इस जांच दल में जिला अध्यक्ष गिरीश यादव, महानगर अध्यक्ष अब्दुल समीर, पूर्व सांसद चौधरी विजेंद्र सिंह शामिल हैं।